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नटवर मेवाडा
सांडेराव-भाई बहन के रिश्ते की स्मृति दिलाने वाला एक परमात्म उपहार है रक्षाबंधन:- कंचन बहन
*साण्डेराव-* स्थानीय प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की बहनों ने अम्बिका मंदिर परिसर में दूर-दूर से पहुंची महिला भजन मण्डलीओं की मौजूद महिलाओं की उपस्थित मे रक्षाबंधन भक्ति भावना के साथ मनाया गया।
ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विधालय शाखा साण्डेराव की कंचन बहन व उमा बहन ने अम्बिका मंदिर में श्रद्धालुओं की कलाई पर राखी बांधकर मिठाई खिलाई और उन्हें बुराइयों को परित्याग करने का संकल्प दिलाते हुए रक्षाबन्धन पर्व के आध्यात्मिक रहस्यों की जानकारी दी।
इस दौरान उपस्थित श्रद्धालुओं से बी के कंचन बहन ने कहा कि रक्षाबंधन सभी पर्वों में एक अनोखा पर्व है जो भारत की संस्कृति व मानवीय मूल्यों को उजागर करने वाला अनेक अध्यात्मिक रहस्यों को प्रकाशित करने वाला और भाई बहन के रिश्ते की स्मृति दिलाने वाला एक परमात्म उपहार है। रक्षाबंधन दो शब्दों से मिलकर बना है रक्षा और बंधन। इस बंधन में बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती है और भाई कीसी भी परिस्थिती मे अपनी बहन की रक्षा करने का वचन देता है। लेकिन यह सम्भव नही है। इसका आध्यत्मिक रहस्य कि हर आत्मा की रक्षा करने वाला तो परमपिता परमात्मा है। उनके बन्धन में हम सभी बंध जाये तो हमारी नेगेटिव सोच, बुराइयो, जो भी पाप कर्म,विकार हमारे अन्दर आ गए हैं।
उनसे हमारी रक्षा हो सकती है। आज सच्चे मायने में इसी रक्षा की जरूरत है। इसलिए हम मन-बुद्धि से परमात्मा से जुड़े और अपनी आन्तरिक शक्तियों को पहचाने। उन्होंने कहा कि आज धीरे-धीरे इस प्यार के बंधन के मायने ही बदल गए हैं।लेकिन ब्रह्मा कुमारी आश्रम की बहने अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधकर बदले में महंगे उपहार न लेकर केवल मात्र भाइयों की आने जीवन से बुरी आदतें छोड़ने का वचन लेती हैं।