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पिन्टू अग्रवाल बाली
पाली जिला प्रशासन का संवेदनशील व मार्मिक कार्य, जिला प्रशासन व जिला कलेक्टर के संवेदनशील प्रयासों से 25 वर्षों से सड़क पर बैठी वृद्ध महिला को समझाईश कर परिवार के साथ भेजा
जिला कलेक्टर एलएन मंत्री व जिला प्रशासन के संवेदनशील प्रयासों से शुक्रवार देर शाम को 25 साल से सडक पर बैठी एक वृद्वा को समझा कर घर भेजा गया ।
उपनिदेशक महिला अधिकारिता विभाग भागीरथ चौधरी ने बताया कि उन्हें जिला कलक्टर एलएन मंत्री ने इस प्रकरण के बारे में बताते हुये इसमें समुचित कदम उठाने के लिये कहा।
इस प्रकरण में उपनिदेशक भागीरथ चौधरीं ने जानकारी करते हुये पता लगा कि एक वृद्ध महिला जो की गांधी मूर्ति के पास कई सालों से बैठी रह रही थी । जिला कलक्टर मंत्री ने उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जाए इसके निर्दैश दिये इस पर उपनिदेशक भागीरथ चौधरी व केस वर्कर द्वारा मौके पर पहुंच कर महिला को सखी सेन्टर कि जानकारी दी गई।
महिला अधिकारिता विभाग व सखी सेंटर,पुलिस ने निभायी सक्रिय भूमिका
शनिवार को उपनिदेशक के आदेशानुसार केन्द्र प्रबंधक देवी बामणिया ने इस प्रकरण में कार्यवाही करते हुए कट्रोल रूम फोन कर एक महिला कास्टेबल को बुलाया गया तत्पश्चात मौके पर पहुंच कर महिला के प्रकरण केन्द्र प्रबंधक द्वारा वहाँ की एक दुकान पर जाकर दुकानदार से महिला के परिवार की जानकारी ली गई व महिला के दामाद के नम्बर दिये महिला के दामाद को फोन कर गांधी मूर्ति उपस्थित होने का कहा गया व महिला की बेटी को भी साथ लाने का कहने पर दोनो पक्षकार उपस्थित हुए केन्द्र प्रबंधक द्वारा महिला से यहा रहने का कारण पुछने पर बताया कि मेरे 8 बच्चे है पति का देहान्त हो चुका है और उन्हें परिवार से कोई नही रखता व ना ही मेरा खर्चा उठाते है इसलिए में स्वयं की ईच्छा से पीछले 25 सालो से यहा पर रहकर अपना जीवन व्यतीत कर रही हूँ।
दो दिन चला समझाईश का दौर
केन्द्र प्रबंधक द्वारा महिला को आश्वासन दिया गया कि आप निश्चित रहकर हमारे सेन्टर पर चलिए हम आपके बेटो को बुलाकर समझाईश के माध्यम से उनको अपनी जिम्मेदारी के लिए समझायेगे जिसमें आपको अपना बिछडा हुआ परिवार मिल जायेगा महिला ने सखी सेन्टर पर विश्वास करते हुए अपनी बेटी दामाद के साथ जाने की ईच्छा जाहिर की बेटी व दामाद के उपस्थित होने पर बताया कि मेरी माँ कई वर्षों से यहा पर रह रही है हम घर लेकर जाते है तो यह घर पर रहती नही है वापस यहा आने कि जिद करती है हम चार भाई बहन है एक भाई कि मृत्यु हो चुकी है मेरी माँ का मानसिक संतुलन ठीक नही होने के कारण यह किसी के साथ नही रहती है। उन्होंने कहा कि मैं स्वय भी इनको रखना चाहती हूँ परन्तु हमारे घर पर भी नहीं रहती है केन्द्र प्रबंधक द्वारा महिला की बेटी व दामाद को महिला की वृद्धावस्था को देखते हुए उनको मनोरोग चिकित्सकीय सुविधा जो सेन्टर से निःशुल्क दी जाती है साथ ही कहा कि इनको अपने घर ले जाओ क्योकि सर्दियो का समय है व रात्रि के समय इनके लिए यह एक सुरक्षित स्थान नही है जिसमें महिला की बेटी व दामाद ने महिला की समस्त जिम्मेदारी उठाने का विश्वास दिलाया।
इस प्रकार महिला की समस्या का समाधान करने के उद्देश्य से बेटी व दामाद के साथ सफल समझाईश कर उपनिदेशक भागीरथ चौधरी के निर्देशन में केन्द्र प्रबंधक देवी बामणिया व केस वर्कर सोनिया जोशी तमन्ना मारू व सुरक्षा कर्मी और महिला कास्टेबल रविना बेल्ट नम्बर 767 की उपस्थिति में महिला को सुरक्षित अपनी पुत्री व दामाद के साथ भेजा गया।
*इनका कहना है*
मामले की जानकारी हुयी प्रकरण को महिला अधिकारिता को कदम उठाने के लिये कहा।
ऐसे कार्य स्वंय की प्रंशसा कराने के लिये नही आत्मसंतुष्टि व सरकारी सेवा में यदि आपको मौका मिला है तो ऐसे कार्य सभी राजकीय कार्मिको व सक्षमजनों को करना चाहिये।
– जिला कलक्टर पाली एलएल मंत्री ।
जिला कलक्टर के निर्देशानुसार मामले की जानकारी कर दो दिन की समझाईश से भेजा गया जिला कलक्टर का मार्गदर्शन व सखी सेंटर व पुलिस का पूर्ण सहयोग रहा। -उपनिदेशक महिला अधिकारिता पाली भागीरथ चौधरी ।
नोट – मामले की संवेदनशीलता के कारण महिला का नाम और पहचान छुपायी गयी है।