PALI SIROHI ONLINE
अवैध हथियार (पिस्टल) सप्लायर के विरूद्ध पाली पुलिस की बड़ी कार्यवाही पुलिस थाना ट्रांसपोर्ट नगर पाली की बडी कार्यवाही।> अवैध हथियार (पिस्टल) सप्लायर हिस्ट्रीशीटर अभियुक्त नरपत को किया गिरफतार ।> पाली पुलिस द्वारा वांछित अभियुक्तो के खिलाफ भविष्य में भी निरन्तर की जाएगी कार्यवाही।
पाली-आदर्श सिधू आईपीएस जिला पुलिस अधीक्षक पाली ने बताया कि जिला पाली मे अपराध की रोकथाम व अपराधियो की धरपकड एंव जिला पाली को अपराध मुक्त करने हेतु जिला पाली मे जिला मुख्यालय स्तर पर ऑपरेशन गुप्त प्रारम्भ किया जाकर जिले के समस्त अधिकारियो को अपराधो की रोकथाम व आर्म्स एक्ट के तहत् ज्यादा से ज्यादा कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया था। जिस पर दिनांक 27.11.2025 को “ऑपरेशन गुप्त” के तहत् कार्यवाही हेतु विपिन शर्मा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पाली व मदनसिह चौहान आरपीएस पुलिस उपधीक्षक पाली शहर के मार्गदर्शन में हनुवंतसिह नि.पु थानाधिकारी पुलिस थाना ट्रांसपोर्ट नगर पाली मय टीम द्वारा मुखबीर सूचना अनुसार अभियुक्त नरपत बंजारा के कब्जे से एक अवैध पिस्टल व परिवहन मे प्रयुक्त बोलेरो केम्पर बरामद कर प्रकरण संख्या 151 दिनांक 27.11.2025 धारा 3/25 आर्म्स एक्ट में दर्ज किया जाकर अनुसंधान शुरू किया गया। मुलजिम नरपत बंजारा ने अवैध हथियार (पिस्टल) नरपत बंजारा पुत्र पुनाराम से खरीद करना बताने पर अनुसंधान के कम में आज दिनांक 09.12.2025 को मुखबीर सुचना से प्रकरण मे वांछित मुलजिम नरपत बंजारा पुत्र पुनाराम को गिरफतार किया गया। अवैध हथियार (पिस्टल) सप्लायर के बारे मे गहनता से अनुसंधान किया जा रहा है।गठित टीम :-
1. जाकिर अली उनि पुलिस थाना ट्रांसपोर्ट नगर पाली।
2. विजय कुमार कानि 837 पुलिस थाना ट्रांसपोर्ट नगर पाली।
3. श्रवण कुमार कानि 2027 पुलिस थाना ट्रांसपोर्ट नगर पाली।
4. पुखसिंह कानि. 1359 पुलिस थाना ट्रांसपोर्ट नगर पाली।
गिरफतारशुदा मुलजिम का विवरण :-नाम पता मुलजिम
01. नरपत बंजारा पुत्र स्वं पुनाराम उम्र 31 वर्ष निवासी भटवाडा रेल्वे स्टेशन पाली पुलिस थाना औ.क्षेत्र पाली।मुलजिम के विरूद्ध पुर्व के दर्ज प्रकरणो की संख्या 22
आमजन से अपील आप से अनुरोध है कि ऑपरेशन ‘गुप्त व प्रहार’ को सफल क्रियान्वयन हेतु अवैध मादक पदार्थ की तस्करी, परिवहन, खरीद व बेचाण इत्यादि गतिविधियों व वाछित अपराधियों की जानकारी बिना डरे बिना झिझके, दिये गये वाट्सअप 925 125 5006 नम्बर पर भेजें। सूचनाकर्ता की पहचान गोपनीय रखी जाएगी। उक्त व्हाट्सअप नम्बर की मॉनिटरिंग पुलिस अधीक्षक कार्यालय में रखी जाएगी।
