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सोजत-कस्बे में गुरुवार को एक पिता की मौत पर सामाजिक बदलाव की एक बार फिर तस्वीर दिखाई दी। यहां पर पिता की मौत पर बेटी ने उनकी अर्थी को कंधा देकर अंतिम संस्कार की सारी रस्म भी अपने हाथों से निभाई।
मुख्य बाजार में तस्वीर बनाने का काम करने वाले प्रकाश चंदनानी कि गुरुवार को मृत्यु हो गई थी। वे पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे। गुरुवार को उनकी अंतिम यात्रा में इकलौती बेटी खुशी चंदनानी ने अंतिम यात्रा के दौरान पिता की अर्थी को कंधा दिया।
इसके बाद में बेटी खुशी ने ही पिता के अंतिम संस्कार की रस्म निभाकर उन्हें मुखाग्नि दी। खुशी जयपुर में फिजियोथेरेपिस्ट का कोर्स कर रही है, वहीं उसकी मां सरकारी अध्यापक है। दिवंगत प्रकाश चंगनानी के केवल एक बेटी खुशी ही है और कोई दूसरी संतान नहीं है। दिवंगत प्रकाश चंदनानी अपनी मिलनसारिता और मधुर व्यवहार से सबके दिलों में जगह बनाए हुए थे।
अंतिम यात्रा में सिंधी समाज के ईश्वरदास पुरुषवाणी, हीरा लाल भागचंदानी, राजेश लखानी, गोपाल भागचंदानी, मुकेश हीरानी, कमल पारवानी, पुरुषोत्तम सांवलानी, वीर बहादुर सिंगाड़िया, ओम प्रकाश बोराणा के अलावा बाजार के कई व्यापारी उपस्थित थे।