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जोधपुर-जोधपुर में गुरुवार सुबह डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलिजेंस (DGGI) की टीम पर हमला हो गया। GST चोरी के बड़े नेटवर्क पर छापा मारने पहुंची जयपुर की टीम से ट्रांसपोर्टर और उसके स्टाफ ने धक्का-मुक्की की, दो कंप्यूटर CPU छीन लिए। ट्रक से टक्कर मारकर सरकारी गाड़ी को क्षतिग्रस्त कर दिया। पुलिस ने एक व्यक्ति को अरेस्ट किया है।
बासनी थानाधिकारी नितिन दवे ने बताया सुबह 7:15 बजे DGGI की टीम इंडस्ट्रियल एरिया सेकेंड फेज में स्थित बिश्नोई रोड लाइंस पर पहुंची। ऑफिस पर ताला लगा था, DGGI की टीम बाहर इंतजार कर रही थी। तभी सुनील विश्नोई नामक व्यक्ति आया, ऑफिस खोला और दो CPU ले जाने लगा। DGGI की टीम ने रोकने की कोशिश की तो धक्का-मुक्की की।
ट्रांसपोर्टर पुखराज खावा और उसके स्टाफ ने धक्कामुक्की और हाथापाई करते हुए CPU छीन लिए। आरोपियों ने एक CPU को अपने साथी की कार में रखवाकर वहां से भगा दिया। दूसरा CPU टीम से छीनकर एक ट्रक में रख लिया और भाग गए। भागते समय DGGI की टीम की गाड़ी जो ट्रक के ठीक सामने खड़ी थी, उसके टक्कर मार दी।
विभागीय सूत्रों के अनुसार अन्य फर्मों के बारे में भी छानबीन की जा रही है। मौके से पकड़े गए सुनील विश्नोई की ट्रांसपोर्ट कंपनी में और हमला करवाने में भूमिका के बारे में पड़ताल जारी है। आशंका जताई जा रही है कि मौके से जो CPU ले गए, उनमें जरूरी डेटा हो सकता है।
GST चोरी की सूचना पर पहुंची थी टीम
DGGI की टीम स्टील इंडस्ट्री और ट्रांसपोर्ट से जुड़े GST चोरी नेटवर्क पर कार्रवाई करने जोधपुर पहुंची थी। ट्रांसपोर्ट कंपनी की दो या तीन फर्मों से फर्जी बिल्टी जारी करने के साथ ही बोगस बिलिंग से GST चोरी का आरोप था। टीम को सूचना मिली थी कि फर्जी बिलिंग के जरिए करोड़ों की GST की चोरी की जा रही है। DGGI लंबे समय से नेटवर्क पर नजर रख रही थी।
बासनी पुलिस ने शुरू की जांच
बासनी थानाधिकारी नितिन दवे ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने DGGI की टीम से घटना की जानकारी ली और आसपास के विभिन्न स्थानों पर लगे CCTV कैमरों की फुटेज खंगालना शुरू कर दिया। पुलिस को उम्मीद है कि CCTV फुटेज से आरोपियों की पहचान हो सकेगी और कार-ट्रक के नंबर मिल सकेंगे।
GST चोरी नेटवर्क पर शिकंजा
DGGI की यह कार्रवाई ट्रांसपोर्ट सेक्टर में चल रहे GST चोरी के नेटवर्क पर शिकंजा कसने के लिए की गई थी। जानकारी के अनुसार, कई ट्रांसपोर्ट कंपनियां फर्जी बिलिंग और बिल्टी बनाकर सरकार को GST में करोड़ों रुपए का चूना लगा रही है। DGGI की टीम लंबे समय से इस नेटवर्क की जांच कर रही थी और बिश्नोई रोड लाइंस पर छापा इसी जांच का हिस्सा था।
