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जोधपुर-रिश्तेदारों के नाम पर क्रेडिट कार्ड उठाकर यूनियन बैंक को 1.33 लाख का चूना लगाने वाले असिस्टेंट बैंक मैनेजर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस संबंध में नवंबर महीने में बैंक के मैनेजर के शास्त्री नगर पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। इसके बाद इसकी जांच को साइबर सैल द्वारा किया गया था।
साइबर थाना प्रभारी एसीपी जयराम मुंडेल ने बताया कि यूनियन बैंक ऑफ इण्डिया सोजती बैंक के मैनेजर चेतन प्रकाश ने बैंक के असिस्टेंट मैनेजर उत्तर प्रदेश में ईटावा हाल रामेश्वर नगर सेक्टर सी निवासी आकाश वर्मा (34) पुत्र उमाशंकर सागर पर 1.33 करोड़ रुपए गबन का मामला दर्ज करवाया था। रिपोर्ट में बताया कि आरोपी अपने रिश्तेदारों के नाम 5 – 5 लाख की लिमिट के 33 क्रेडिट कार्ड उठाए और कार्ड से पैसों को निकालकर गबन कर दिया। बैंक द्वारा मामला दर्ज होने के बाद से आरोपी आकाश वर्मा गायब हो गया था। पुलिस ने जांच करते हुए आरोपी को सरस्वती नगर से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी यहां एक किराए का मकान लेकर रह रहा था। पुलिस ने आरोपी को पांच दिन के रिमांड पर लिया है। और इस गबन के बारे में पूछताछ कर रही है।
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20 क्रेडिट कार्ड से गबन की पूरी कहानी
आकाश अप्रैल 2023 से सोजती गेट बैंक में असिस्टेंट मैनेजर के पद पर था। इससे पहले वह 2021 में बासनी ब्रांच में पोस्टेड था। यहां से उसका ट्रांसफर जालोरी गेट ब्रांच में हो गया था। 2021 से अप्रैल 2023 तक इन दोनों ब्रांच में आकाश ने कुल 20 क्रेडिट कार्ड से घपला किया। इनमें 7 कार्ड बासनी और 13 कार्ड जालोरी गेट ब्रांच में रहते हुए जारी किए। प्रत्येक कार्ड की लिमिट 5 लाख थी। इन दोनों ब्रांच में उसे बैंक के क्रेडिट कार्ड जारी करने का अधिकार था। उसे क्रेडिट कार्ड जारी करने, अमाउंट लिमिट, पैसा उठाने और जमा कराने की पूरी प्रोसेस पता थी। अप्रैल 2021 में उसने तीन कार्ड इश्यू किए थे। इसके बाद दो महीने के गैप से तीन-चार कार्ड और उठाए। इस तरह आकाश कुछ महीने का गैप रखते हुए कार्ड इश्यू करता रहा। हर कार्ड से उसने पूरे 5 लाख की लिमिट खर्च कर दी। इसके लिए वह दोस्तों के अलग-अलग तरह के बिल और शॉपिंग अमाउंट क्रेडिट कार्ड से जमा करता था। बदले में उनसे कैश ले लेता था।
ऑडिट में खुला राज तो छुट्टी लेकर फरार पिछले 2 महीने से कुछ कार्ड का मिनिमम पैसा जमा नहीं हो रहा था। बैंक की ओर से ऑडिट कराई गई तो आकाश राज खुलने के डर से घबरा गया। उसने मैनेजर को ईमेल कर बीमार होने का हवाला दिया और छुट्टी का प्रार्थना पत्र दिया। इसके बाद से वह फरार है। उसके बारे में न बैंक को कोई जानकारी है, न सहकर्मियों और पुलिस को।
फ्रॉड का पता चलते ही बैंक की सोजती गेट ब्रांच के मैनेजर चेतन कुमावत ने आकाश को सस्पेंड कर दिया। इसके बाद शास्त्रीनगर थाना में 30 नवंबर को रिपोर्ट दर्ज कराई।
बचने के लिए यूपी भागा
आरोपी आकाश वर्मा लम्बे समय से शेयर बाजार में निवेश कर रहा है। खाताधारकों की बगैर सूचना के उसने क्रेडिट कार्ड जारी करवाकर सम्पूर्ण लिमिट को शेयर बाजार में निवेश कर दिया था। पुलिस से बचने के लिए वह अपनी मोबाइल सिमें बंद कर यूपी भाग गया था। पुलिस यूपी भी गई थी, लेकिन वह पकड़ में नहीं आ पाया था।