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खीमाराम मेवाडा
पाली। भरियो भादरवो बरससी रे, नदीया नीर नी झेले..पाली सिरोही ऑनलाइन द्वारा लिखी गई पंक्ति बैठ रही सटीक
मूसलाधार बारिश से जवाई क्षेत्र की नदियां चल रही उफान पर, जवाई नदी में बहे बाइक सवारों को ट्रक चालक ने बचाया।
39वे दिन जवाई बांध का गेज ने फिर पकड़ी रफ्तार पानी की आवक देखते हुए आज गेज 50 फीट पार होने की सभावना ,खुल सकते हैं 10वीं बार जवाई के गेट।
तखतगढ 10 सितम्बर;(खीमाराम मेवाड) 11 सितंबर तक मौसम विभाग की चेतावनी के बाद मंगलवार अलसुबह से ही लगातार इंद्रदेव की मेहरबानी ने मारवाड़ गोड़वाड़ क्षेत्र के सुमेरपुर बीसलपुर बाली देसूरी मुंडारा उपखंड क्षेत्र एवं पश्चिमी राजस्थान के सबसे बड़े जवाई बांध तथा सहायक सेई बांध जल ग्रहण क्षेत्र में हो रही मूसलाधार बरसात से अब क्षेत्र की नाना आमलिया- बेड़ा सहित कई नदियां जिले की खिंवाड़ा रानी 24 पुलिया नदी उफान पर चलने लगी है। बेड़ा नदी 7.60 फिट वेग के साथ चल रही है। और आमलिया मॉडल तालाब चामुंडेरी तालाब कोट बालियान बांध ओवरफ्लो हो चुका है।
सुबह से हो रही मूसलाधार बरसात के कारण नाणा पिंडवाड़ा मार्ग पर पानी का तेज बहाव के कारण बंद करना कर दिया है। वही सादड़ी से देसूरी जाने वाले स्टेंट हाइवे पर नदियों का पानी बहहने से यातायात प्रभावित होने लगा है। नाना और बेड़ा की नदियां वेग पर चलने से जवाई बांध में पानी की आवक तेजी से बढ़ने लगी है। जो हर 2 घंटे में अधिक पानी की आवक होने लगा है। 25 अगस्त को सच्ची रिपोर्ट शिषॅक द्वारा एक राजस्थानी पुरानी भजन की पंती “भरियो भादरवो बरससी रे, नदीया नीर नी झेले, यानी भाड़ में अच्छी बरसात होगी और नदियों में पानी नहीं समा पाएगा हमारे जरिए समाचार प्रकाशित किया गया था। जो आज सटीक बैठता नजर आने लगा है।
जिससे अब किसानों के भी चेहरे खिल उठे और सिंचाई पानी मिलाने की उम्मीद बन चुकी है। मंगलवार शाम को सुमेरपुर शिवगंज के बीच गुजराती जवाई बांध नदी पुरे वेग पर आने से बाइक सवार युवक बह गए जिसे एक ट्रक चालक ने रस्सी बांधकर दोनों युवकों की जान बचाई। वही तखतगढ के निकट पचावना से गुजरती जवाई नदी मे पानी आवक अभी भी जारी है। और पश्चिमी राजस्थान के सबसे बड़े जल स्रोत 61.25 फिट भराव क्षमता वाले जवाई का गेज लगातार बढ़ोतरी की तरफ बढ़ रहा है। और सुमेरपुर आहोर कमांड क्षेत्र के किस भी जवाई बांध के गेज की पल-पल की जानकारी ले रहे हैं। वही जल संसाधन विभाग के अधिकारी भी मंगलवार सुबह से पल-पल की प्रति घंटा अपडेट दे रहे हैं
जिसमें मंगलवार सुबह 7:00 बजे 43.05 फिट से बढ़कर 8:00 बजे 46.60 फीट, 10:00 बजे 44.30 फीट, 12:00 बजे 45.50 फीट, 1:00 बजे 46.00 फीट, 2:00 बजे 46.40 फीट, 5:00 46.95 फिट, 6:00 बजे 47.00 फीट और देर शाम 8:00 बजे 47.40 फीट पर कर चुका है जो बुधवार सुबह तक 50 फीट पार करने की संभावना है
संसाधन विभाग नहर खंड सुमेरपुर के सहायक अभियंता अक्षय कुमार ने बताया कि जवाई बांध जल ग्रहण क्षेत्र में मंगलवार सुबह से हो रही मूसलाधार बरसात से क्षेत्र की नदियां उफान पर चल रही है जिससे जवाई बांध के गेज मंगलवार देर शाम 8:00 बजे तक .47.40 फिट के साथ 4199.80 एमसीएफटी पानी रिजर्व के साथ पार हो चुका है। जो सुबह तक 50 फीट पर करने की संभावना है जवाई के सहायक सेइ बांध का गेज मंगलवार शाम 5:00 बजे 7.40 मीटर के साथ 983.34 एमसीएमटी पानी उपलब्ध है। जिससे से लगातार आवक जारी है। साथ ही क्षेत्र के 15 फिट भराव क्षमता वाला बांकली बांध मैं पोमावा नाला से पानी की अच्छी आवक होने से मंगलवार शाम 7 बजे तक 11.40 फीट पार हो गया है। साथी सुबह बीसलपुर सुमेरपुर में हुई मूसलाधार बरसात के बाद शाम तक बांकली बांध में पानी की अच्छी आवक हो सकती है। तो बांकली बांध जल्द ही ओवरफ्लो हो जाएगा।
यह है जवाई बांध का इतिहास, पश्चिमी राजस्थान के सबसे बड़े जवाई बांध राजस्थान राज्य के पाली जिले के सुमेरपुर शहर के पास स्थित है। बांध को जोधपुर के महाराजा उम्मेद सिंह ने बनाया था। इसका काम 12 मई 1946 को शुरू हुआ और यह 1957 में पूरा हुआ। इसको बनाने में कुल व्यय 2 करोड़ 7 लाख रूपए लगा था। इस बांध में 500 किमी का क्षेत्र शामिल है। यह पश्चिमी राजस्थान में सबसे बड़ा बांध है। बांध में 7887.5 मिलियन क्यूबिक फीट की क्षमता है। और खेती योग्य क्षेत्रफल के 102,315 एकड़ (414.05 km) क्षेत्र शामिल है। इसकी ऊंचाई लगभग 61.25 फीट (18.67 मीटर) है। सहायक सेई बांध और कालीबोर बांध जावई बांध के फीडर बांध हैं। बांध की मुख्य नींव सीसा धातु से निर्मित है।
10वी बार खुल सकते हैं जवाई के गेट, पश्चिमी राजस्थान के सबसे बड़े जवाई बांध के गेट साल 1957 से अब तक
वर्ष फीट महीना
1973 59.80 अगस्त
1990 60.05 अगस्त
1992 61.00 सितम्बर
1993 59.50 जुलाई
1994 61.25 सितम्बर
2006 59.00 अगस्त
2016 59.20 अगस्त
2017 59.75 जुलाई
2023 61.10 सितम्बर
यानी महज़ 9 बार ही खोले गए हैं। जिसमें जुलाई महीने में 2 बार,अगस्त में 4 बार और सितंबर में 3 बार गेट खोले गए थे। लेकिन अब इसी तरह अगर 2 दिन और मानसून चक्रीय रहा तो सितंबर में चौथी बार यानी 10वीं बार जवाई के गेट खोलने से कोई नहीं रोक सकता
फोटो जवाई बांध फाइल फोटो और जवाई नदी में बह युवकों को बचाता ट्रक चालक
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