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जालोर-जालोर के जसवंतपुरा में एक साल पहले राजपुरा पंचायत के सरपंच व ग्राम सेवक की फर्जी मोहर व फर्जी हस्ताक्षर से पट्टा बना लिया गया। धोखाधड़ी के इस मामले में जसवंतपुरा पुलिस ने दो आरोपियों जोगाराम और भैराराम को गिरफ्तार किया है।
जसवंतपुरा थानाधिकारी प्रताप सिंह ने बताया- शिकायतकर्ता शिवगढ हाल जसवन्तपुरा तहसील के राजपुरा ग्राम पंचायत निवासी कृष्णादेवी (25) पुत्री दरजाराम भील ने भीनमाल न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने पेश होकर परिवाद पेश कर बताया कि दांतलावास निवासी भैराराम पुत्र निंबाराम के नाम से पट्टे जारी होने की जानकारी – मिली।
इसके बारे में पता करवाया गया तो जानकारी मिली कि राजपुरा पंचायत के नाम से भैराराम व अज्ञात व्यक्ति ने आबादी भूमि को हड़पने के लिए ग्राम पंचायत के साथ धोखाधड़ी कर फर्जी दस्तावेज तैयार किए।
उन्होंने बूथ संख्या 42 मिसल संख्या 45 व पट्टा क्रम संख्या 149, जिसे 3 फरवरी को दायर किया गया और 5 जुलाई को तैयार किया गया।
इस पट्टे की जानकारी पंचायत के रजिस्टर में उपलब्ध ही नहीं है। पुलिस ने 28 अक्टूबर 2023 को मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
एक साल बाद सोमवार को आरोपी सावीधर निवासी जोगा राम पुत्र अजाराम देवासी और दांतलावास निवासी भैराराम पुत्र निम्बाराम देवासी को गिरफ्तार किया है। तथा मामले को लेकर पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने बताया कि आरोपी जोगाराम पूर्व में भी फर्जी रजिस्ट्री के मामले में जेल जा चुका है। पुलिस मामले में शामिल अन्य आरोपियों की जानकारी जुटा रही है।
सरपंच की रिपोर्ट पुलिस ने नहीं किया मामला दर्ज
सरपंच ने बताया कि मेरे और ग्राम विकास अधिकारी के फर्जी हस्ताक्षर व मोहर लगाकर दुरूपयोग किया गया है। जोगाराम ने भैराराम से मिलकर उक्त फर्जी पट्टा बनाया है। जिसकी जसवंतपुरा थाने में 12 अक्टूबर 2023 रिपोर्ट पेश की थी।
पुलिस ने न तो मुकदमा दर्ज किया गया है न ही आरोपियों के विरुद्ध कोई कार्यवाही की गई है, जिसके बाद 16 अक्टूबर 2023 को जालोर पुलिस अधीक्षक के समक्ष परिवाद पेश किया था, लेकिन आज दिन तक न तो मुकदमा दर्ज हुआ है जिस पर परिवादी ने भीनमान कोर्ट में पेश किया। जहां से इस्तगासे के जरिए दर्ज हुआ। जिसकी जांच करते हुए पुलिस ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।