PALI SIROHI ONLINE
बाली-जणवा जाति को एमबीसी कोटे में लेने की मांग
जणवा जाति समाज के पूर्व अध्यक्ष हीराराम रावलिया व समाज के प्रतिनिधियों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को पत्र प्रेषित कर जणवा जाति को एमबीसी कोटे में सम्मिलित करने की पुरजोर मांग की है।
रावलिया ने बताया कि जणवा जाति राजस्थान प्रांत में ही है।जणवा जाति के नागरिकों के जीविकोपार्जन का मुख्य स्रोत कृषि कार्य है। साथ ही पुरुष व महिलाएं श्रमिक कार्य करते है।महिलाएं पारंपरिक वेशभूषा में ही रहती है।जो पिछड़ेपन की निशानी है
जणवा जाति का मुख्य कार्य कृषि है।ज्यादातर बिरादरी के लोग भूमिहीन है ऐसे में अन्य बिरादरी के लोगों की भूमि पर काश्तकारी का कार्य करने पर निर्भर रहना पड़ता है।शिक्षा का अभाव होने से सरकारी सेवा में भी समाज का प्रतिनिधित्व बहुत ही कम है ऐसे में राजपत्रित अधिकारियों की नगण्यता है।अधिकारों के हक के लिए राजनीतिक प्रतिनिधित्व नहीं होने से समाज को हकों से वंचित होना पड़ता हैं।पिछड़ा समाज होने से अन्य बिरादरियों के लोगों शोषण व अत्याचारों से रूबरू होना पड़ता है।
जणवा समाज पूर्व अध्यक्ष हीराराम रावलिया व समाज के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री शर्मा से मांग की है कि जणवा जाति को एमबीसी कोटे में सम्मिलित करे जिससे समाज को समय के साथ फायदा प्राप्त हो सके।
आदरणीय रामपुरा सरपंच Kailash Garasiya ji Nana को जन्मदिन पर बधाई एवं शुभकामनाएं 🎂❤️