PALI SIROHI ONLINE
जालोर-जालोर में बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक विजयादशमी का पर्व मनाया गया। नगर परिषद की ओर से शाह पूजांजी गेनाजी स्टेडियम में रावण दहन किया गया। इससे पहले पवनपुरी महाराज के सान्निध्य में शोभायात्रा निकाली गई।
यात्रा शहर के विभिन्न मार्गों से होती हुई स्टेडियम पहुंची। जहां भगवान राम के द्वारा 6.41 बजे 33 फीट ऊंचे रावण का दहन किया गया। चामुण्डा माता मंदिर के आई श्री राम सेना के लिए व संत के लिए पानी की व्यवस्था नहीं होने से चामुण्डा माता मंदिर के महंत नगर सभापति गोविन्द टांक व अन्य अधिकारियों पर भड़क गए।
जालोर जिला मुख्यालय सहित जिले भर में विजय दशमी का त्योहार बड़े उत्साह के साथ मनाया गया। रावण दहन के पहले जालोर के सुन्देलाव तालाब पर स्थित चामुण्डा माता मंदिर में शस्त्र पूजन का कार्यक्रम आयोजित हुआ।
इसके बाद मंदिर के महन्त पवनपुरी महाराज के सान्निध्य में शोभायात्रा निकाली गई। जिसमें भगवान राम, लक्ष्मण व हनुमान सहित रामसेना की सुंदर झांकियां सजाई गई। जो शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए आहोर रोड पर स्थित शाह पूजांजी गेनाजी स्टेडियम पहुंची।
जहां भगवान राम व जिला कलेक्टर डॉ प्रदीप के गवांडे के द्वारा रिमोट से 33 फीट ऊंचे रावण व 30-30 फिट के मेघनाथ व कुम्भकर्ण का दहन किया गया। इससे पहले करीब एक घंटे तक आतिशबाजी हुई। आतिशबाजी के चलते आसमान रंग बिरंगी रोशनी से सराबोर हो गया।
नगर परिषद सभापति व जिला प्रशासन पर भड़के चामुण्डा
माता मंदिर के महंत
जालोर के शाह पूंजाजी गेनाजी स्टेडियम में नगर परिषद के द्वारा आयोजित रावण दहन कार्यक्रम के दौरान चामुण्डा माता मंदिर महन्त पवनपुरी महाराज के सानिध्य में श्री राम सेना के जुलूस के लिए पानी की व्यवस्था नहीं होने से नाराज हुए।
महन्त पवनपुरी महाराज नगर परिषद सभापति गोविन्द टांक
व अधिकारियों पर भड़क गए। उन्होंने सभापति व कार्यक्रम में मौजूद जिला कलेक्टर डॉ प्रदीप के गवांडे, एसपी ज्ञानचंद्र यादव सहित मुख्य सचेतक को खरी-खोटी सुना दी। सोमवार को नगर परिषद के भ्रष्टाचार के खिलाफ जिला कलेक्ट्रेट के सामने आन्दोलन की चेतावनी दी।
इस दौरान मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग, सभापति गोविंद टांक, उप सभापति अम्बालाल व्यास, पुलिस अधीक्षक ज्ञानचंद्र यादव, पार्षद मिश्रीमल गहलोत, रतन सुधार, भाजपा नगर अध्यक्ष सुरेश सोलंकी व पूर्व विधायक रामलाल मेघवाल सहित बड़ी संख्या में शहरवासी मौजूद रहे।