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जालोर। पूर्व मंत्री व शिवसेना शिदें गुट के नेता राजेन्द्र गुढ़ा ने पूर्व सीएम अशोक गहलोत पर तीखे हमले किए। उन्होंने कहा कि CM आवास से इंटरव्यू की लिस्ट जाती थी। इस लिस्ट में जिनके नाम होते थे, उनकी नौकरी लग जाती थी, मेहनत करने वाले अभ्यर्थी रह जाते थे।
राजेंद्र गुढ़ा सोमवार दोपहर जालोर में आहोर रोड स्थित विजय पैराडाइज होटल में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उनके साथ विधानसभा मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग और स्थानीय नेता दीप सिंह धनानी भी थे। गौरतलब है कि जालोर सीट से सीएम गहलोत के बेटे चुनावी मैदान में हैं।
सीएम हाउस से इंटरव्यू की लिस्ट आती थी
गुढ़ा बोले की आरपीएससी का बेड़ा गर्क कर दिया गया। नौजवानों का भविष्य खराब हो गया। मैंने मंत्रिमंडल के सामने आवाज उठाई। पूर्व कांग्रेस सरकार में पेपर लीक हुए। सीएम निवास से इंटरव्यू की लिस्ट निकलती थी। लिस्ट में जिनका नाम होता था। उनका चयन हो जाता था। बाकी गरीब के बच्चे मेहनत करने के बाद भी फेल हो जाते थे। पीसीसी चीफ डोटासरा ने आरपीएससी को नाथी का बाड़ा बना दिया।
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मैंने सरकार बचाई, मुझ पर 6-7 केस लगाए
गुढ़ा ने कहा- मैं शेखावाटी से आया हूं। मैंने दो बार अल्पमत की सरकार को बहुमत दिलाया। 6-6 विधायक दिए। सरकार बनाने और बचाने में मदद की। मैंने सोचा था कि सरकार बची तो जनता का भला होगा पर मुझी पर कई मुकदमे लगा दिए। उन्होंने कहा- सीएम ने पुलिस, एसओजी, एसीबी का दुरुपयोग किया। मैंने बातें सामने रखी तो मुझे निराशा हताशा हाथ लगी। मुझ पर 6-7 मुकदमे लगा दिए।
15 साल सीएम रहे, जालोर के लिए क्या किया
गुढ़ा ने कहा- गहलोत 15 साल राजस्थान के सीएम रहे। उन्होंने जालोर के लिए क्या किया। अब जालोर याद आ रहा है। जोधपुर में वैभव को नकार दिया गया। प्रदेश में जनता ने नकार दिया। जोधपुर में वैभव गहलोत बड़ी लीड से हारा था। जोधपुर के लोग उन्हें जान गए तो वे जालोर आ गए।
उन्होंने कहा- मैं गहलोत को नजदीक से जानता हूं। पिछले चुनाव में मैंने आरसीए के चुनाव में वैभव पर आरोप लगाए थे। लाल डायरी के जरिए फैक्ट रखे थे। बदले में मेरे बंगले पर पुलिस भेजी थी। अशोक गहलोत का काम है मैनेजमेंट करना, भ्रष्टाचार करना, अपनी कुर्सी बचाना।
जातिगत जनगणना की याद अब क्यों आ रही
गुढ़ा ने कहा- राहुल गांधी सामाजिक न्याय की बात करते हैं। जातिगत जनगणना के आंकड़े कांग्रेस के आउट क्यों नहीं किए। राहुल गांधी के पिता, दादी, परनाना प्रधानमंत्री रहे। 60 साल तक क्यों जातीय जनगणना नहीं की।
गुढ़ा ने कहा- अशोक गहलोत ने सोनिया गांधी को भी ठेंगा दिखा दिया। पर्यवेक्षकों को बैरंग लौटा दिया था। इनके भुलावे में न आएं। लाल डायरी में सीएम के ओएसडी की धर्मेंद्र राठौड़ से बात थी। ओएसडी कह रहे थे कि सारी बातें रिकॉर्ड हैं।