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भिवाडी-प्रेमी के साथ मिलकर एक महिला ने अपने चार साल के बच्चे की हत्या कर दी। रस्सी से गला दबाने के बाद शव को गंदे नाले में फेंक दिया। मासूम का गुनाह सिर्फ इतना था कि वह विकलांग था। उसके इलाज में पैसे खर्च हो रहे थे।
घटना भिवाड़ी थाना इलाके की 6 अप्रैल की है। मासूम का शव 10 अप्रैल को मिला। 4 दिन बाद रविवार शाम पुलिस ने CCTV की मदद से महिला और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया।
प्रेमी के साथ मिलकर रची हत्या की साजिश
भिवाड़ी एएसपी अतुल साहू ने बताया कि 10 अप्रैल को बच्चे का शव फ्लोरिडा इलेक्ट्रिकल इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के पास गंदे नाले में मिला था। मामले में विक्रम (4) की हत्या के आरोप में मां मुन्नी देवी (35) पत्नी पहरु निवासी गुमला (झारखंड) और उसके बॉयफ्रेंड अरविंद कुमार (38) पुत्र रुदल राय यादव निवासी वैशाली (बिहार) को गिरफ्तार किया है। मुन्नी देवी 4 साल से अपने पति से अलग भिवाड़ी में सूरज सिनेमा के पीछे रविंद्र कॉलोनी में अपने नाबालिग बच्चे विक्रम के साथ रह रही थी। उसका पति झारखंड में ही रहकर मजदूरी करता है।
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बोली- इलाज के खर्चे से परेशान थी
पुलिस की पूछताछ में मुन्नी ने बताया उसका बेटा विक्रम बचपन से दिव्यांग था। वह चल नहीं पाता था। वह उसकी देखभाल करते हुए काफी परेशान हो चुकी थी। वहीं बीमारी के इलाज में काफी रुपए खर्च हो रहे थे। इलाज के खर्चे से परेशान होकर अरविंद के साथ मिलकर बेटे को मारने का प्लान बनाया। अरविन्द डेढ़ महीने से उसके साथ ही रह रहा था।
पहली बार में नहीं मरा तो रस्सी से घोंटा गला
मुन्नी ने बताया कि हत्या करने के लिए 6 अप्रैल को देर शाम विक्रम को घर से बाहर लेकर गए। रोड पर ही गला दबाकर मारने का प्रयास किया, लेकिन वहां पर कामयाब नहीं हुए। इसके बाद सुनसान जगह लेकर गए और रस्सी से गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद पास में ही गंदे नाले में उसके शव को पटक कर चले गए। इसको लेकर उन्होंने पुलिस में भी कोई कंप्लेंट दर्ज नहीं करवाई।
रॉन्ग नंबर से हुई थी दोनों में जान-पहचान मुन्नी ने बताया- करीब डेढ़ महीने पहले किसी को फोन लगा रही थी। इस दौरान रॉन्ग नंबर डायल हो गया था। जो रविंद्र कॉलोनी में ही रहने वाले अरविंद के पास चला गया था। तभी दोनों में बातचीत हुई और एक दूसरे के संपर्क में आ गए। तभी से दोनों एक ही जगह पर एक साथ रह रहे थे। आरोपी अरविंद बिहार के वैशाली नगर का रहने वाला है। इसकी पत्नी और दो बच्चे बिहार में ही रहते हैं। अरविंद करीब 15 साल से
भिवाड़ी में रहकर कंपनी में लेबर का काम करता है।
आरोपियों तक ऐसे पहुंची पुलिस
भिवाड़ी एएसपी अतुल साहू ने बताया कि पुलिस ने मामले की जांच करते हुए 100 सीसीटीवी कैमरा को खंगाला। जिसमें एक महिला और एक पुरुष की संदिग्ध अवस्था में पहचान की गई। कैमरों की फुटेज के माध्यम से पुलिस तलाश करती हुई शहर के सूरज सिनेमा में पहुंची। वहां पर फुटेज के आधार पर हर घर में जाकर पूछताछ की और बच्चे के बारे में जानकारी जुटाई। फुटेज में दिखे संदिग्ध महिला और पुरुष की पहचान कर उनसे पूछताछ की गई तो दोनों ने नाबालिग की हत्या करना स्वीकार कर लिया।