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बस्सी. जयपुर-कोटा राजमार्ग पर रोडवेज बस व वैन की टक्कर में जान गंवाने वाले माधोराजपुरा के फतेहरामपुरा निवासी दो महिलाओं सहित तीन जनों के शव मंगलवार दोपहर जैसे ही घर पहुंचे तो कोहराम मच गया। मृतक सीताराम मीणा की पत्नी शांति व पुत्र महेन्द्र, शंकर के साथ पुत्री कमली बार-बार बेहोश हो रहे थे तो मृतका श्रवणी के पति पूरणमल मीणा का रो-रोकर बुरा हाल था। पुत्री मनीषा व पूजा के साथ पुत्र जीतू व सुरेन्द्र भी मां को याद कर बार-बार अचेत हो रहे थे। वहीं मृतका सीता मीणा के पुत्र भंवर व राजकुमार के साथ पांचों पुत्रियां भी विलाप कर रही थीं।
मृतकों के परिजनों की चीख-पुकार सुनकर मौके पर मौजूद हर शख्स की आंखें नम थी। विधायक रामावतार बैरवा ने मृतकों के घर पहुंचकर परिजनों को सांत्वना दी। विधायक ने परिजनों को बीस हजार रुपए की नकद सहायता सौंपी तथा सरकारी स्तर पर हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया।
माधोराजपुरा उपखण्ड अधिकारी राजेश कुमार मीणा, तहसीलदार जी.आर.बैरवा, डाबिच प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के चिकित्साधिकारी प्रभारी डाॅ.देवकुमार चौधरी, माधोराजपुरा एसएचओ देवेन्द्र चांवला, डाबिच सरपंच प्रतिनिधि रामगोपाल गुर्जर, गिरदावर प्रहलाद मीणा, राजेन्द्र यादव, वीडीओ गिरधर देवल, हलका पटवारी मुरारी लाल मीणा के साथ मेडिकल टीम भी मौके पर मौजूद थी।
एक ही चिता पर किया अंतिम संस्कार…
पोस्टमार्टम के बाद तीनों मृतकों के शवों को एक साथ ले जाया गया। बड़ी संख्या में लोग अंतिम क्रिया में शामिल हुए। इस दौरान गांव में सन्नाटा पसरा रहा। तीनों शवों का एक ही चिता पर अंतिम संस्कार किया गया।
बता दें कि छोटूराम मीणा के परिजन व रिश्तेदार वैन में सवार होकर सोमवार को अपने निकट रिश्तेदार की मौत पर बैठक में शामिल होने टोंक के करीरिया जा रहे थे। बरौनी पुलिया से उतरते वक्त आगे चल रही रोडवेज बस ने साइड से वैन को टक्कर मार दी। टक्कर से असंतुलित वैन तीन-चार बार पलटकर कबाड़ में तब्दील हो गई थी। जिसमें वैन सवार सीता (50) पत्नी शैतान मीणा निवासी फतेहरामपुरा ने टोंक के सआदत अस्पताल में जबकि श्रवणी (45) पत्नी पूरणमल मीणा व सीताराम (60) पुत्र छोटूराम मीणा निवासी फतेहरामपुरा ने जयपुर के ट्रोमा अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया था।