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अमरावती-महाराष्ट्र के अमरावती से पूर्व सांसद और भाजपा नेता नवनीत राणा को धमकी भरा लेटर मिला है। लेटर में नवनीत को गैंगरेप की धमकी दी गई है। साथ ही कहा कि उनके घर के सामने गाय को काटा जाएगा।
पत्र भेजने वाले ने खुद का नाम आमिर बताया है। उसने ₹10 करोड़ की फिरौती भी मांगी है। साथ ही पाकिस्तान जिंदाबाद भी लिखा। आरोपी ने लेटर में अपना फोन नंबर भी लिखा है।
लेटर में नवनीत राणा को लेकर कई आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया गया है। साथ ही उनके पति रवि राणा के लिए अभद्र बातें लिखी गईं। रवि राणा के निजी सहायक विनोद गुहे ने राजापेठ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।
एक्ट्रेस से नेता बनीं नवनीत राणा, विवादों से नाता रहा
नवनीत राणा एक फिल्म एक्ट्रेस और राजनेता हैं। नवनीत ने हिंदी, तेलुगु, कन्नड, मलयालम और पंजाबी की कई बड़ी फिल्मों में काम किया। साल 2014 में एनसीपी के टिकट से अमरावती से लोकसभा चुनाव लड़ा, लेकिन जीत हासिल नहीं कर पाईं।
साल 2019 में निर्दलीय चुनाव लड़ा। इस बार उन्होंने शिवसेना के दिग्गज नेता आनंद अडसुल को हराकर लोकसभा चुनाव जीता। 2024 लोकसभा चुनाव में वह बीजेपी में शामिल हुईं। महाराष्ट्र की अमरावती सीट पर कांग्रेस के बलवंत वानखेड़े ने नवनीत राणा को 19,731 वोटों से हराया।
नवनीत राणा के 3 विवादित बयान….
8 मई 2024 को हैदराबाद में एक रैली में नवनीत ने कहा था- अगर हैदराबाद में 15 सेकेंड के लिए पुलिस हटी तो पता नहीं चलेगा कि दोनों भाई (ओवैसी भाई) कहां गए। राणा का यह बयान अकबरुद्दीन ओवैसी की 2013 में दी गई स्पीच का जवाब माना गया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर 15 मिनट के लिए पुलिस हटा दी जाए तो हम 25 करोड़ (मुसलमान) 100 करोड़ हिंदुओं को खत्म कर देंगे।
भाजपा ने लोकसभा चुनाव में नवनीत राणा को अमरावती से उम्मीदवार बनाने के साथ गुजरात में स्टार प्रचारक भी बनाया था। नवनीत ने 5 मई को गुजरात में प्रचार के दौरान कहा था कि जिसे जय श्री राम नहीं कहना है तो वो पाकिस्तान जा सकता है। ये हिंदुस्तान है। अगर हिंदुस्तान में रहना है तो जय श्री राम कहना ही है।
अप्रैल 2022 में नवनीत राणा और उनके विधायक पति रवि राणा ने उद्धव ठाकरे के निजी आवास मातोश्री के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने का ऐलान किया था। इस घोषणा के बाद शिवसेना के हजारों कार्यकर्ता मातोश्री के बाहर जमा हो गए थे। उन्होंने राणा दंपती पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया था। इसके बाद नवनीत राणा और उनके पति के खिलाफ राजद्रोह का केस दर्ज किया गया। कोर्ट ने दोनों को न्यायिक हिरासत में भेजा था। हालांकि बाद में उन्हें जमानत मिल गई थी।