अजीत पुरा ग्रामीणों ने जोधपुर हाईवे जाम किया, सड़कों पर डाले कांटे,टूटी सड़कों को लेकर किया विरोध प्रदर्शन।
आहोर/ अमृत सिंह रावणा-राजपूत
आहोर उपखण्ड क्षेत्र में क्षतिग्रस्त सड़कों और प्रशासन की अनदेखी से परेशान ग्रामीणों ने रविवार को जोधपुर हाईवे पर प्रदर्शन कर मुख्य मार्ग को जाम कर दिया। अजीतपुरा गांव के पास सड़कों की मरम्मत और निर्माण की मांग को लेकर लोगों ने सड़कों पर कांटे और पेड़ डालकर यातायात बाधित कर दिया। स्थिति को संभालने के लिए मौके पर पीडब्ल्यूडी और पुलिस के अधिकारी पहुंचे और समझाइश के बाद रास्ता खुलवाया।
तीन साल से खराब सड़क, ग्रामीण परेशान
जानकारी के मुताबिक, आहोर से जोधपुर जाने वाला मुख्य हाईवे पिछले तीन सालों से बुरी तरह क्षतिग्रस्त है। गड्ढों से भरी इस सड़क पर बड़े वाहन गुजरने से उठने वाली धूल गांववासियों के लिए बड़ी समस्या बन गई है। कई बार उच्च अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को ज्ञापन देने के बावजूद समस्या का समाधान नहीं हुआ।
शुरू हुआ था मरम्मत कार्य, फिर हुआ बंद
ग्रामीणों का कहना है कि लगातार शिकायतों के बाद विधायकों ने सड़क मरम्मत कार्य शुरू कराया था। हालांकि, यह काम केवल दो दिन चला और फिर बंद हो गया। इससे आहत होकर अजीतपुरा और काम्बा गांव के लोगों ने हाईवे पर प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की और रास्ता अवरुद्ध कर दिया।
दोनों ओर लगा दो किलोमीटर का जाम
प्रदर्शन के कारण हाईवे पर करीब एक घंटे तक यातायात पूरी तरह से ठप हो गया। सड़क के दोनों ओर दो किलोमीटर लंबा जाम लग गया, जिसमें कई बड़े वाहन फंसे रहे।
अधिकारियों ने दिया आश्वासन, यातायात बहाल
सूचना मिलते ही नोसरा पुलिस टीम और आहोर पीडब्ल्यूडी के जूनियर इंजीनियर भंवरलाल मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों को समझाया और सड़क पर प्रतिदिन पानी के छिड़काव और शीघ्र मरम्मत कार्य शुरू करने का आश्वासन दिया। इसके बाद ही ग्रामीणों ने रास्ता खोला और यातायात सुचारु हो सका।
प्रशासन की उदासीनता पर सवाल
ग्रामीणों का कहना है कि सरकार और प्रशासन की लापरवाही से उनका धैर्य जवाब दे चुका है। यदि जल्द ही सड़क निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
कांटे और पेड़ डालकर बंद किया हाईवे
ग्रामीणों ने अजीतपुरा गांव के पास सड़क पर कांटे और पेड़ डाल दिए और जोरदार नारेबाजी करते हुए सरकार और प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया। करीब एक घंटे तक यह प्रदर्शन चलता रहा, जिससे सड़क के दोनों ओर दो किलोमीटर तक वाहनों की लंबी कतारें लग गईं।
गड्ढों से भरा हाईवे बना ग्रामीणों के लिए मुसीबत
आहोर से जोधपुर जाने वाला यह मुख्य मार्ग पिछले तीन सालों से खराब स्थिति में है। गहरे गड्ढों से वाहन चालकों को दुर्घटनाओं का सामना करना पड़ रहा है, वहीं भारी वाहनों के गुजरने से उठने वाली धूल ने हाईवे के किनारे बसे गांवों के लोगों का जीना दुश्वार कर दिया है। कई बार ग्रामीणों ने अधिकारियों और विधायकों को शिकायतें दर्ज कराई, लेकिन समस्या जस की तस बनी रही।
मरम्मत का काम शुरू हुआ, लेकिन अधूरा छोड़ दिया गया
ग्रामीणों का आरोप है कि उनकी लगातार शिकायतों के बाद कुछ महीने पहले सड़क मरम्मत कार्य शुरू हुआ था। लेकिन यह काम दो दिन से ज्यादा नहीं चला और ठेकेदार साइट से गायब हो गया। इससे नाराज होकर अजीतपुरा और काम्बा गांव के लोगों ने रविवार सुबह हाईवे पर प्रदर्शन का रास्ता चुना।