PALI SIROHI ONLINE
अजमेर-राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) की ओर से राजस्व अधिकारी (RO) ग्रेड-2 और अधिशाषी अधिकारी (EO) ग्रेड-4 भर्ती परीक्षा 2022 को रद्द कर दिया गया है। अब आरपीएससी की ओर से दोबारा एग्जाम करवाया जाएगा। एसओजी की ओर से दी रिपोर्ट पर आरपीएससी ने माना कि भर्ती परीक्षा में नकल हुई थी।
आरपीएससी के सचिव रामनिवास मेहता ने बताया- आयोग ने 14 मई 2023 को 111 पदों के लिए ईओ और आरओ भर्ती परीक्षा में 1 लाख 96 हजार 483 कैंडिडेट शामिल हुए थे। पात्रता जांच और दस्तावेज सत्यापन के लिए जारी लिस्ट में कुल 311 अभ्यर्थी शामिल थे।
मेहता ने बताया कि 4 मई 2023 को ही नया शहर पुलिस थाना बीकानेर में मामला दर्ज होने के बाद 8 अगस्त 2023 को चालान पेश हुआ था। चालान में बताया गया कि परीक्षा सेंटर्स पर अत्यधिक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के माध्यम से नकल
हुई थी
शिकायत के बाद 12 जून को लिखा था लेटर RPSC सचिव ने बताया कि आयोग ने प्राप्त शिकायतों की जांच के लिए 12 जून 2024 को एटीएस और एसओजी को पत्र लिखा था। डॉक्युमेंट सत्यापन में शामिल अभ्यर्थियों के संदिग्ध होने पर आयोग ने 2 से 8 अगस्त 2024 तक कई अभ्यर्थियों के दस्तावेज की फिर से जांच कर पूछताछ नोट तैयार किया।
14 अगस्त 2024 को अतिरिक्त महानिदेशक, एटीएस और एसओजी को इस मामले में जांच के लिए लिखा गया था। अतिरिक्त महानिदेशक एटीएस और एसओजी ने 28 अगस्त 2024 को आयोग को कई गोपनीय जानकारी दी थी। इसके बाद 24 अक्टूबर को एसओजी जयपुर ने 19 अक्टूबर को दर्ज मुकदमे में कई आरोपियों को गिरफ्तार किया था।
सचिव ने बताया- रिपोर्ट और फैक्ट में सामने आया कि पेपर लीक हुआ है। कई अभ्यर्थियों के ब्लूटूथ से नकल की थी। इस मामले में तीन रिपोर्ट दर्ज हुई थीं। ऐसे में आयोग ने परीक्षा निरस्त कर दोबारा कराने का निर्णय लिया है।
ब्लूटूथ से करवाई थी नकल
एडीजी एसओजी वीके सिंह ने बताया 14 मई 2023 को ईओ और आरओ भर्ती परीक्षा-2022 में तुलछाराम कालेर और उसके अन्य साथियों ने मिलकर परीक्षा से पहले पेपर लेकर ब्लूटूथ के माध्यम से अभ्यर्थियों को नकल करवाई। जिस पर पेपर लीक और ब्लूटूथ के उपयोग के षडयंत्र में शामिल 11 अभ्यर्थियों सहित कुल 17 को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया था।
गिरफ्तार आरोपियों में सरकारी कर्मचारी भी
RO और EO भर्ती परीक्षा-2022 पेपर लीक मामले में एसओजी ने 19 अक्टूबर को नागौर, जोधपुर, चूरू, हनुमानगढ़, सीकर, जयपुर और बीकानेर समेत कुल 7 जिलों में छापेमारी की। इस दौरान एसओजी ने 28 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इनमें से 17 आरोपियों को 20 अक्टूबर को एसओजी ने कोर्ट के सामने पेश किया गया था। इन्हें कोर्ट ने 25 अक्टूबर तक रिमांड पर भेज दिया था। गिरफ्तार आरोपियों में से 11 सरकारी कर्मचारी हैं।
एडीजी एसओजी वीके सिंह ने बताया था- गिरफ्तार आरोपियों में ब्लूटूथ गैंग का सरगना तुलछाराम कालेर भी है। वहीं, ओमप्रकाश पुत्र घासीराम वर्तमान में न्यायालय सीजेएम कोर्ट नंबर-1 ब्यावर में एलडीसी के पद पर कार्यरत है।
अमीलाल पुत्र बनवारी लाल वर्तमान में महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय सर्वोदय बस्ती बीकानेर में द्वितीय श्रेणी अध्यापक पद पर कार्यरत है। मुख्य सरगना तुलछाराम कालेर के भतीजे पौरव कालेर की पत्नी भावना गोस्वामी शिक्षा विभाग पंचायत समिति खाजूवाला बीकानेर में कनिष्ठ सहायक के पद कार्यरत है। रामलाल पुत्र तुलछाराम जेएम कोर्ट भीलवाड़ा में ग्रेड सेकेंड लिपिक के पद कार्यरत है।