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पाली-पाली में भांजी की शादी में मायरा भरने के कुछ देर बाद मामा की तबीयत बिगड़ गई। उन्हें इलाज के लिए हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस घटना से शादी समारोह में खुशियों का माहौल गम में बदल गया। काफी देर तक तो मृतक की बहन को भी इस घटना के बारे में जानकारी नहीं दी गई क्योंकि उनकी बेटे की भी शादी 25 नवंबर को होने वाली है।
पाली शहर के निकट ही स्थित हेमावास गांव के रहने वाले 55 वर्षीय पेमाराम पुत्र दीपाराम पिछले कई सालों से पूना में जनरल स्टोर चलाते है। सोनाई मांझी गांव रहने वाली उनकी बहन मंजू की बेटी अंजू की शादी 23 नवंबर और बेटे मनीष की शादी 25 नवंबर को तय थी। ऐसे में वे पूना से अपने गांव आए।
भाईयों के साथ पहुंचे थे मायरा भरने
23 नवंबर को वे हेमावास गांव से पेमाराम अपने भाई प्रकाश, सूजाराम और अन्य रिश्तेदारों के साथ सोनाईमांजी गांव मायरा लेकर पहुंचे। जहां भांजी की शाद में उन्होंने करीब 7 लाख रुपए का मायरा भरा। बहन को चूंदड़ी ओढ़ाई। हंसी-खुशी का माहौल था। फिर सभी ने खाना साथ बैठकर खाया
स्कूटी से पहुंचे गांव
शादी समारोह के दौरान पेमाराम की तबीयत बिगड़ने लगी। ऐसे में वे अपने भाईयों को बोले कि वे हेमावास गांव जा रहे है। उनकी तबीयत कुछ ठीक नहीं लग रही। वे स्कूटी से करीब 3 KM का सफर कर सोनाई मांझी गांव से हेमावास गांव पहुंचे। कुछ देर सोए लेकिन तबीयत में सुधार नहीं हुआ तो अपने भाईयों को कॉल कर बुलाया। वे उन्हें तुरंत इलाज के लिए रविवार शाम को ही पाली के बांगड़ हॉस्पिटल लेकर पहुंचे। लेकिन हॉस्पिटल पहुंचने से पहले ही उनकी जान जा चुकी थी। जांच के बाद डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल
अचानक हुई इस घटना से मृतक के भाईयों का रो-रो कर बुरा हाल है। उन्होंने इस घटना को अपनी बहन से भी छुपाया ताकि शादी समारोह में खलल न पड़े। मृतक के छोटे भाई प्रकाश ने बताया कि उनके बड़े भाई पूना में जनरल स्टोर चलाते थे और अविवाहित थे।


