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पाली-अवैध बजरी खनन परिवहन के विरूद्ध पाली की कार्यवाही ऑपरेशन-“गुप्त” पुलिस थाना मारवाड जक्शन की अवैध खनन के विरूद्ध कार्यवाही। अभियुक्त द्वारा नदी से अवैध बजरी खनन कर परिवहन करते हुये ट्रेक्टर मय ट्रोली को जब्त कर प्रकरण दर्ज किया। पाली पुलिस द्वारा ऑपरेशन गुप्त के तहत आगे भी निरंतर की जायेगी कार्यवाही । आदर्श सिधु IPS जिला पुलिस अधीक्षक पाली ने बताया कि जिले में हो रहे अवैध खनन की स्टॉक व परिवहन की रोकथाम के तहत चलाये जा रहे विशेष अभियान ऑपरेशन “गुप्त” के तहत विपिन शर्मा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पाली के मार्गदर्शन में रतनाराम देवासी आरपीएस पुलिस उपअधीक्षक सोजत के सुपरविजन में थानाधिकारी सवाईसिहं निपु पुलिस थाना मारवाड जक्शन के नेतृत्व में टीम का गठन किया गय टीम द्वारा थाना हल्के में हो रहे अवैध खनन के संभावित स्थानों पर दबिश एवं ओपरेशन गुप्त के तहत प्राप्त सुचना के आधार पर कस्बा मारवाड जंक्शन में दिनेश पुत्र मानाराम निवासी बिठुडा कलां पुलिस थाना मारवाड जंक्शन जिला पाली को अवैध खनन (बजरी) से भरे बिना नम्बरी आईसर ट्रेक्टर मय ट्रोली को जब्त कर अभियुक्त दिनेश मीणा को गिरफतार किया गया। वगैरा कार्यवाही पर प्रकरण सख्या 225/2025 धारा 303(2) बीएनएस व 4 (1) (ए). 21,23 एमएमआरडी एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया गया।
गठीत टीम-
- सवाईसिहं निपु थानाधिकारी पुलिस थाना मारवाड जक्शन।
- अरविन्दसिहं सउनि पुलिस थाना मारवाड जक्शन।
- नरेन्द्र कुमार मुआ 698 पुलिस थाना मारवाड जंक्शन ।
- अरूण कुमार कानि न० 960 पुलिस थाना मारवाड जक्शन।
5.भवंरसिंह कानि. न० 714 पुलिस थाना मारवाड जंक्शन। - नवीन कुमार कानि. न० 1025 पुलिस थाना मारवाड जंक्शन ।
- राजेन्द्र कुमार कानि. न० 621 पुलिस थाना मारवाड जंक्शन ।
गिरफतारशुदा मुलजिम का विवरण
- दिनेश पुत्र मानाराम उम्र 32 साल निवासी बिठुडा कलां थाना मारवाड जंक्शन जिला पाली।
आमजन से अपीलः आप से अनुरोध हैं कि ऑपरेशन “गुप्त” को सफल कियान्वयन हेतु अवैध मादक पदार्थ, अवैध शराब, अवैध स्पा सेन्टर, अवैध बजरी खनन व परिवहन, अवैध हथियार, हवाला, जुआ, सटटा, ऑनलाईन बेटिंग, बिना नम्बरी/ संदिग्ध वाहन सोशल मिडिया पर हथियार सहित, डराने व धमकाने की पोस्ट, रील डालना अपराध व संदिग्ध व्यक्ति, मनचले/रोमियों ईत्यादि गतिविधियों की जानकारी बिना डरे बिना झिझके, दिये गये व्हाट अप्प 9251255006 नम्बर पर भेजे। सूचनाकर्ता की पहचान गोपनीय रखी जाऐगी। उक्त व्हाटसअप्प नम्बर की मॉनिटरिंग पुलिस अधीक्षक कार्यालय में रखी जाएगी

