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पाली-पाली पुलिस ने ऑपरेशन मामूर के तहत कार्रवाई करते हुए शहर में कई जगह दबिश देकर प्रतिबंधित ई-सिगरेट और उसके फ्लेवर जब्त किए है। सेहत के लिए हानिकारक इन ई-सिगरेटों को बेचने वालों के खिलाफ भी पुलिस नियमानुसार कानूनी कार्रवाई करेगी।
SP आदर्श सिधु ने बताया कि युवाओं को नशा का आदि बनाने वालो के खिलाफ पुलिस मुख्यालय की ओर से ऑपरेशन चलाया जा रहा है। इसके तहत पाली में सूचना मिली कि कुछ लोग पान-मसाला बेचने की आड़ में सेहत के लिए हानिकारक ई-सिगरेट और उसके फ्लेवर बेचते है। ऐसे में ASP महिला अनुसंधान सैल नरेन्द्र सिंह देवड़ा के नेतृत्व में ऑपरेशन डेकोर मामूर चलाया। जिसमें शामिल सीओ सिटी मदनसिंह और टीम में शामिल पुलिसकर्मियों ने मंगलवार शाम को शहर में कई जगह दबिश दी। जहां से उन्होंने प्रतिबंधित ई-सिगरेट और फ्लेवर जब्त किए है। ये ई-सिगरेट सेहत के लिए हानिकारक है लेकिन कई चोरी-छीपे इन्हें बेचकर युवाओं को नशे का आदि किया जा रहा था। कार्रवाई के दौरान एएसपी महिला अनुसंधान सेल नरेन्द्रसिंह देवड़ा ने ई सिगरेट बेचने वालों को फटकार लगाई बोले कि सेहत के लिए हानिकारक है। फिर भी युवाओं को बेच रहे हो। क्या यह सिगरेट तुम्हारे बच्चों को पिलाते हो क्या
पाली में दो जगह की कार्रवाई
ASP महिला अनुसंधान सैल नरेन्द्रसिंह देवड़ा ने बताया कि पाली शहर के नरसिंह सिनेमा के सामने स्थित चीकू पान पैलेस, गांधी मूर्ति के पास स्थित जय भवानी टी स्टॉल एण्ड पान भंडार पर मंगलवार शाम को कार्रवाई की गई। जहां प्रतिबंधित ई-सिगरेट और उसके फ्लेवर मिले। बुधवार सुबह शहर के पुराना बस स्टैंड के निकट स्थित एक पान भंडार पर भी टीम कार्रवाई में जुटी है।
क्या है ई-सिगरेट
ई-सिगरेट या इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट एक बैटरी से चलने वाला डिवाइस है, जो धुएं की जगह वेपर (भाप) पैदा करता है. इसको इस तरह से डिजाइन किया जाता है कि यह दिखने और महसूस करने में पारंपरिक सिगरेट जैसा लगे। ई-सिगरेट में तंबाकू नहीं होता, बल्कि इसमें निकोटीन लिक्विड, फ्लेवर और अन्य केमिकल्स का इस्तेमाल किया
जाता है।
ई-सिगरेट में एक हीटिंग एलिमेंट होता है, जो निकोटीन युक्त लिक्विड को गर्म करता है। इसके बाद स्मोक जैसा दिखने वाला वेपर तैयार होता है, जिसे यूजर इनहेल करता है। इसको वेपिंग कहते हैं.
प्रतिबंधित है ई-सिगरेट
ई सिगरेट (इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट) मॉडर्न टाइम का एक नया ट्रेंड है। आजकल बहुत से युवाओं को तेजी से ई सिगरेट की लत लग रही है। कुछ लोग रेगुलर सिगरेट की जगह ई सिगरेट का इस्तेमाल करते हैं तो कुछ लोग ई सिगरेट पीना फैशन मानते हैं। वजह चाहे जो भी हो लेकिन ई सिगरेट से सेहत को होने वाली नुकसान को देखते हुए सरकार ने ई सिगरेट पर प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया है। ई सिगरेट बनाने वाली कंपनियां इससे अधिक मात्रा में निकोटिन का उपयोग कर रही हैं। इसी कारण सरकार ने ई-सिगरेट की बिक्री और आयात निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है।
