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नटवर मेवाडा
सांडेराव-श्रीमाली ब्राह्मण समाज की कुलदेवी महालक्ष्मी माता दो दिवसीय प्राकट्योत्सव हर्षोल्लास व भक्ति भावना के साथ हुआ सम्पन्न।
साण्डेराव- स्थानीय कस्बे के ब्रह्मपुरी मोहल्ले में स्थित महालक्ष्मी मंदिर परिसर में श्रीमाली ब्राह्मण समाज की कुलदेवी महालक्ष्मी माता मंदिर परिसर में आयोजित दो दिवसीय प्राकट्योत्सव बड़े ही हर्षोल्लास व भक्ति भावना के साथ मनाया गया।
श्रीमाली ब्राह्मण सेवा संस्थान की और से आयोजित दो दिवसीय महालक्ष्मी प्राकट्योत्सव के तहत मंगलवार को जयंता बहन सुनिल कुमार भंवर लाल त्रिवेदी परिवार की और से महालक्ष्मी मंदिर में विद्वान आचार्य महिपाल शर्मा,अंजय शर्मा पाली द्वारा मुख्य यजमानों की मौजूदगी में श्री यज्ञ के साथ धारात्मक लघु रुद्र विविध मंत्रोच्चार के साथ हुआ,शाम 4:00 बजे भद्रशुक्त मंत्रोच्चारण के साथ आमसभा में अतिथियों के साथ लाभार्थी परिवार के सदस्यों का फुल मालाओं से बहुमान किया गया।
*गाजों बाजों व ढोल नगाड़ों के बीच निकाला वरघोड़ा*
बैण्ड बाजों की सुमधुर स्वर लहरियों के बीच नृत्य करते युवक-युवतियां,भक्ति में मग्न मंगल गीत गाती महिलाएं, आतिशबाजी के बीच जैकारों के साथ रंग-बिरंगी गुलाल उड़ाते ग्रामीणों का नजारा मंगलवार को पाटोत्सव के दूसरे दिन सुबह ब्रह्मपुरी मोहल्ले में हर कोई देखते ही रह गया।अपना सारा काम काज भुलाकर वह भी वरघोड़े में सम्मिलित होकर झूमने लगें।
*सजी-धजी रथ में बिठाया महालक्ष्मी माता को*
श्रीमाली ब्राह्मण समाज बंधुओं ने रथनुमा वाहन को आकर्षक सजावट कर महालक्ष्मी की बड़ी तस्वीर को बैठकर बैण्ड बाजों व ढोल नगाड़ों के साथ भक्ति में मग्न नाचते गाते हुए ब्रह्मपुरी महालक्ष्मी मंदिर से एक विशाल वरघोड़े के रूप में मैन बाजार गजानंद मंदिर पहुंच पुजा अर्चना के बाद विभिन्न मार्गों होते हुए यह वरघोड़ा पुनः महालक्ष्मी मंदिर पहुंच धर्मसभा में परिवर्तन हुआ।बीच रास्ते में जगह-जगह पर ग्रामीणों ने रंग बिरंगी गुलाल उड़ाते हुए तथा पुष्प वर्षा करते हुए वरघोड़े में सम्मिलित ब्राह्मण समाज के लोगों का स्वागत किया गया।
कार्यक्रम में जब्बरदत्त विष्णु दत्त त्रिवेदी,बालकिशन, सुनील कुमार त्रिवेदी, सुरेश शर्मा महाकाल,अशोक व्यास, संतोष त्रिवेदी,प्रवीण व्यास, जय प्रकाश त्रिवेदी,कैलाश व्यास,रंजना व्यास,पुर्णिमा त्रिवेदी,मंजु शर्मा,इन्द्रा त्रिवेदी, जया त्रिवेदी सहित बड़ी संख्या में राजस्थान सहित अन्य राज्यों से श्रीमाली ब्राह्मण समाज के लोग मौजूद रहे