PALI SIROHI ONLINE
पंडित सुरेश गोड
17 सितंबर से 2 अक्तूबर तक रहेगा श्राद्ध पक्ष
*इस बार पितृ पक्ष में श्राद्ध तिथियाँ जानिए -* सुमेरपुर16सितंबर2024 भाद्रपद शुक्ला पूर्णिमा से आश्विन कृष्ण अमावस्या तक मनाया जाने वाला महालय पितृपक्ष 17 सितंबर मंगलवार से शुरू होकर 2 अक्टूबर बुधवार तक रहेगा।पंडित सुरेश गौड़ ने बताया कि इस बार प्रतिपदा तिथि का क्षय है।तथा 28 सितंबर को कोई तिथि का श्राद्ध नही होगा।पंडित गौड़ ने बताया कि अपराह्न काल के मध्य मौजूद तिथि में ही श्राद्ध करना चाहिए। पूर्णिमा तिथि को देवलोक हुए पूर्वजों का श्राद्ध अमावस्या को करना चाहिए,जिन पूर्वजो की मृत्यु तिथि का पता नहीं है, उन सभी का श्राद्ध भी अमावस्या को होता है।
लोक परंपरा में भाद्रपद शुक्ल पूर्णिमा को श्राद्ध करने की परंपरा है। लेकिन शास्त्र नियम के अनुसार उस दिन जो श्राद्ध होता है। वह पिता से ऊपर की तीन पीढ़ी का श्राद्ध होता है।जिसे प्रोष्ठपदी श्राद्ध कहते है।
17 सितंबर मंगलवार को पूर्णिमा प्रोष्ठपदी का श्राद्ध,
18सितंबर बुधवार को प्रतिपदा का श्राद्ध,
19 सितंबर गुरुवार को द्वितीया का श्राद्ध,
20 सितंबर शुक्रवार को तृतीया का श्राद्ध,
21सितंबर शनिवार को चतुर्थी व भरणी का श्राद्ध,
22 सितंबर रविवार को पंचमी- षष्ठी व कृतिका का श्राद्ध,
23 सितंबर सोमवार को सप्तमी का श्राद्ध,
24 सितंबर मंगलवार को अष्टमी का श्राद्ध,
25 सितंबर बुधवार को नवमी- सौभाग्यवती स्त्रियों का श्राद्ध,
26 सितंबर गुरुवार को दशमी श्राद्ध,
27 सितंबर शुक्रवार को एकादशी श्राद्ध,
28 सितंबर शनिवार को कोई श्राद्ध नही है।
29 सितंबर रविवार को द्वादशी व मघा – सन्यासी श्राद्ध,
30 सितंबर सोमवार को त्रयोदशी श्राद्ध,
1अक्टूबर मंगलवार को चतुर्दशी- शस्त्र हंता श्राद्ध,
2 अक्टूबर बुधवार को सर्व पितृ-अमावस्या श्राद्ध व पूर्णिमा को देवलोक हुए पितरों का श्राद्ध,
3 अक्टूबर गुरुवार को मातामह श्राद्ध,
इन श्राद्ध तिथियों में विधि – विधान से 16 दिन में तर्पण – पंच बलि,ब्राह्मण भोजन कराना चाहिए,