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सोजत-सोजत में दो दिन पहले हुई तेज बारिश के दौरान पानी में बहे एक युवक का शव 700 मीटर दूर गांव के श्मशान की दीवार के पास बबूल की झाड़ियां में फंसा मिला। जिसे एसडीआरएफ और ग्रामीणों की मदद से बाहर निकाला। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर सोजत हॉस्पिटल की मॉर्च्यूरी में रखवाया। जहां पोस्टमार्टम कर परिजनों को सुपुर्द किया। घटना बासना गांव में तिमणिया नाडा के पास बुधवार सुबह 8 बजे की है।
शव ढूंढने के लिए एसडीआरएफ को बुलाया
सोजत थाना प्रभारी कपूराराम चौधरी ने बताया कि 5 अगस्त को भारी बारिश के दौरान बासना गांव में पुलिया की रपट पर पानी तेज चलने से रपट को पार कर रहे पैदल युवक गजाराम पुत्र धीसाराम का पैर फिसल गया था। जिससे वो पानी के तेज बहाव में बह गया। इस दौरान दो युवक उसे बचाने पानी में कूदे भी थे, लेकिन वह बहुत दूर जा चुका था। सूचना के बाद सोजत एसडीएम कुसुमलता चौहान, सोजत डीएसपी देरावरसिंह सोढ़ा, तहसीलदार डॉक्टर दिलीपसिंह, थानाप्रभारी कपूराराम चौधरी और चंडावल पुलिस के चौकी के प्रभारी अशोक सेन मौके पर पहुंचे और युवक के शव को ढूंढने के लिए रेस्क्यू शुरू करवाया। लेकिन 5 अगस्त को शाम तक कोई सफलता नहीं मिली और बरसात तेज हो गई बाद में रेस्क्यू रोकना पड़ा।
मंगलवार को एसडीआरएफ की टीम को बुलाया गया। जहां एसडीआरएफ के चार जवानों ने पूरे नाले को नाव की सहायता से खंगाला लेकिन युवक का शव नहीं मिला। आखिरकार अंधेरा होने के कारण मंगलवार शाम को भी रेस्क्यू बंद करना पड़ा।
2 दिन से चिंतित था प्रशासन, आखिरकार तीसरे दिन आज मिली सफलता
सोजत थाना प्रभारी कपूराराम चौधरी पुलिस के जवानों के साथ 2 दिन से बासना गांव में कैंप किए हुए थे। बुधवार सुबह एसडीआरएफ की टीम ने युवक के शव को ढूंढने का प्रयास किया। इस दौरान रपट से करीब 700 मीटर दूर गांव के श्मशान की दीवार के पास बबूल की झाड़ियां में युवक का शव फंसा हुआ मिला। जिसके बाद शव को कब्जे में लेकर अस्पताल की मॉर्च्यूरी में रखवाया। जहां पोस्टमार्टम कर परिजनों को सुपुर्द किया।