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जयपुर।यूएसए की महिला को नकली ज्वेलरी बेचकर 6 करोड़ रुपए ठगने वाले ज्वेलर को पुलिस ने हरिद्वार से गिरफ्तार किया है। वह हरिद्वार में पत्नी, साले और सास के साथ धर्मशाला में छिपा हुआ था। पुलिस को इसकी सूचना मिली तो शनिवार को उसे गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने रविवार को आरोपी को कोर्ट में पेश कर पांच दिन के रिमांड पर लिया है।
गिरफ्तार आरोपी गौरव सोनी भगवत वाटिका सिविल लाइंस का रहने वाला है। वहीं, उसका पिता राजेंद्र सोनी फरार है। आरोपी से पूछताछ में सामने आया कि जयपुर से भागने के बाद पिता और बेटा, दोनों रेवाड़ी तक साथ थे। इसके बाद दोनों अलग हो गए।
जांच में नकली मिली ज्वेलरी
एडिशनल डीसीपी नॉर्थ बजरंग सिंह शेखावत ने बताया- इस मामले में यूएसए की रहने वाली पीड़िता चेरिस नौरते ने 18 मई की माणक चौक थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। रिपोर्ट में बताया- उसने गौरव के साथ पिछले कुछ समय में 6 करोड़ रुपए का व्यवसाय किया था। यहां से ज्वेलरी ले जाने के बाद अप्रैल 2024 में उसकी यूएसए में जांच करवाई। पता चला कि सभी ज्वेलरी नकली थी।
महिला ने जयपुर पहुंचकर गौरव सोनी से पूछा तो उसने शोरूम से बाहर निकाल दिया था। इस पर उसने गौरव और उसके पिता राजेंद्र के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज की थी। पुलिस ने ज्वेलरी का फर्जी शुद्धता प्रमाण पत्र देने वाले नंद किशोर को पहले ही पकड़ लिया था। उससे पूछताछ में सामने आया कि गौरव पैसे देकर फर्जी शुद्धता प्रमाण पत्र बनवाता था।
पहले ऋषिकेश, फिर हरिद्वार पहुंचा
केस दर्ज होने के बाद आरोपी बाप-बेटे राजेंद्र और गौरव परिवार को लेकर फरार हो गए। फरारी के दौरान आरोपी गौरव रेवाड़ी होते हुए ऋषिकेश पहुंच गया, जहां पर पत्नी, साले और सास के साथ धर्मशाला में छिपा हुआ था। दो दिन पहले पुलिस को सूचना मिली कि गौरव ऋषिकेश से हरिद्वार आ गया है। हरिद्वार में भी गौरव पत्नी, साले और सास के साथ धर्मशाला में रह रहा था। पुलिस की टीम हरिद्वार पहुंची। इसके बाद टीम ने आरोपी की तलाश करके पकड़ लिया।
रेवाड़ी तक साथ थे बाप-बेटे एडिशनल डीसीपी नॉर्थ बजरंग सिंह शेखावत ने बताया- आरोपी का पिता राजेंद्र अब भी फरार है। गौरव से पूछताछ में सामने आया कि जयपुर से भागने के बाद रेवाड़ी तक दोनों साथ रहे थे। उसके बाद दोनों अलग हो गए।
ज्वेलर बाप-बेटे ने चांदी की चेन पर सोने की पॉलिश कर बेचा था। यही नहीं, मोजोनाइट स्टोन (कांच के टुकड़े जैसा उत्पाद) को डायमंड बताकर बेचा था। आरोपी ने ठगी के पैसों से पत्नी के नाम पर सी-स्कीम में 3 करोड़ रुपए का फ्लैट बुक करवा दिया था।