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जोधपुर-जोधपुर में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो एसीबी ने जिले के पीपाड़ शहर में जिला परिवहन ऑफिस पर कार्रवाई की गई। परिवादी से पांच हजार रुपए की रिश्वत लेते कनिष्क सहायक और यातायात सलाहकार को रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। दोनों आरोपियों से एसीबी की टीम पूछताछ कर रही है।
बता दे कि मंगलवार दोपहर 3:00 बजे एसीबी जोधपुर ने पीपाड़ शहर में जिला परिवहन ऑफिस पर कार्रवाई की। यहां से कनिष्ठ सहायक सुरेंद्र कुमार भादू और यातायात सलाहकार रोशन को ₹5000 की रिश्वत राशि लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया था। दोनों ने आरटीओ इंस्पेक्टर के नाम से रिश्वत की राशि ली थी।
रिश्वत नहीं देने पर आवेदकों की अटकाते फाइलें बताया जा रहा है कि आरटीओ ऑफिस में रिश्वत नहीं देने की एवज में आवेदकों की फाइलों को अटका दिया जाता था और उन्हें बेवजह चक्कर लगाए जाते थे। पैसे देने वालों के काम जल्दी किए जाते थे लेकिन जो रिश्वत नहीं देता था उन्हें परेशान करते थे। इसी के चलते परिवादी ने एसीबी में शिकायत करने की हिम्मत जुटाई जिसके चलते इस पूरे मामले का खुलासा हो सका।
तीन तहसीलों से आवेदन
पीपाड़ के जिला ऑफिस में बिलाड़ा, भोपालगढ़, तहसील से जुड़े आवेदक लाइसेंस बनवाने से लेकर रिनवल करवाने आदि कामों के लिए आते हैं। इन सभी फाइलों की प्रारंभिक जांच यही करता था। इसके बाद फाइल RTO इंस्पेक्टर के पास जाती थी। इसी का फायदा उठाकर आरोपी रिश्वत राशि मांगने लगा।
इस काम में सुरेंद्र के साथ दलाल भी शामिल था। सीज वाहन को छुड़वाने के 10 हजार, लाइसेंस बनवाने के 8 हजार रुपए फिक्स कर रखे थे। इन्हें नहीं देने वालों की फाइल रुकवा दी जाती थी। यहां जानकारी के मुताबिक रोजाना 100 से अधिक आवेदन आते थे। इस पूरे खेल में अब और भी कौनसे अधिकारी कर्मचारी शामिल है इसकी ACB जांच कर रही है। जिसमें कई चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं।