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वडोदरा। देवी के नौ रूपों की भक्ति का पर्व यानी कि नवरात्रि के साथ ही गुजरात समेत पूरे देश में गरबे की भी शुरुआत हो गई है। गुजरात में चारों ओर गरबे की धूम भी मची है। फिलहाल हम बात कर रहे हैं वडोदरा शहर की, जहां राज्य का सबसे बड़ा गरबे का मेला सजता है। वडोदरा के यूनाइटेड वे ऑफ बरोडा द्वारा आयोजित इस गरबे में पहले ही दिन करीब 34 हजार लोग शामिल हुए।
मैदान पर कीचड़ से गरबे का मजा हुआ खराब
इस साल वडोदरा में भारी बारिश हुई है। सितंबर के आखिरी हफ्ते तक यहां हुई जोरदार बारिश के चलते यूनाइटेड वे का गरबा मैदान सूख नहीं पाया है। मैदान में जगह-जगह कीचड़ होने से गरबा करने वालों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। कई लोगों की महंगी पोशाकें भी खराब हो गईं। कई लोगों ने आयोजकों पर अपनी नाराजगी भी जाहिर की।
गरबे का मैनेजमेंट बहुत ही खराबः कुंजम शाह
गरबा खेलने आए कुंजुम शाह ने दिव्य भास्कर से हुई बातचीत में कहा- गरबा कराने वाले आयोजकों ने जिस तरह से पास का पैसा लिया, उसके हिसाब से यहां का मैनेजमेंट बहुत ही खराब है। ग्राउंड में कीचड़ के अलावा पार्किंग और ट्रैफिक तक में हम परेशान होते रहे। आज के बाद हम इस मैदान में आएंगे ही नहीं। इस समय मैदान में इतनी कीचड़ है कि गरबा करना तो दूर की बात, लोग आसानी से पैदल भी नहीं चल सकते। लोगों के कपड़े खराब हो गए, कईयों को चोट भी लग गई।
मैदान पर आने के बाद भी कोई प्रबंधन नहीं
वहीं, गरबा खेलने आए जैमिन शाह ने कहा- हम रात के
आठ बजे गरबा मैदान पहुंचे थे। पहले तो हम गाड़ी पार्किंग के लिए ही परेशान होते रहे। आखिर में हमें अपनी गाड़ी सड़क पर ही पार्क करनी पड़ी। मैदान के आसपास पार्किंग की व्यवस्था ही नहीं की गई है। इसके बाद ग्राउंड में पहुंचे तो देखा यहां चारों तरफ कीचड़ ही कीचड़ है। इसलिए हमने गरबा नहीं खेला। हमारी मांग है कि नौ दिनों की बजाय अच्छी व्यवस्था के साथ एक दिन का ही गरबा करवाया जाए, जिससे कि लोग कम कम एक दिन तो गरबा कर सकें। मैदान तैयार करने के लिए हमने बहुत मेहनत कीः प्रीतिबेन पटेल वहीं, जब हमने गरबा आयोजक यूनाइटेड वे ऑफ बरोडा की चेयरपर्सन प्रीतिबेन पटेल से गरबा मैदान में अव्यवस्थाओं के बारे बात की तो उन्होंने कहा- हमने मैदान तैयार करने के लिए बहुत मेहनत की है। हमारी टीम पिछले कई दिनों से मैदान को तैयार कर रही थी। शहर में पिछले दिनों बारिश इतनी ज्यादा हुई है कि मैदान पूरी तरह नहीं सूख पाया। हमारी मेहनत का ही नतीजा है कि पहले ही दिन यहां करीब 34,000 लोग गरबा करने पहुंचे। आने वाले दिनों में यह संख्या और बढ़ेगी।