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उदयपुर-सलूंबर जिले के एक ग्रामीण थाना क्षेत्र में तीन दिन पहले एक नाबालिग लड़की से रेप के मामले में राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने संज्ञान लेते हुए तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित की है। कमेटी में राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य राजीव मेघवाल, जिला बाल सरंक्षण समिति अध्यक्ष यशोदा पनिया और बाल अधिकारिता विभाग की सहायक निदेशक आरुषि जैन शामिल हैं। आयोग ने कमेटी से तीन दिन में जांच रिपोर्ट मांगी है।
कई संदिग्ध हिरासत में
मामले की जांच कर रहे डीएसपी हितेश मेहता ने बताया- मामले में कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार किया जाएगा। नाबालिग रेप पीड़िता उदयपुर के एमबी हॉस्पिटल में भर्ती है, जिसका इलाज चल रहा है। तीन दिन बाद भी आरोपी के नहीं पकड़े जाने से गामीणों में भारी आक्रोश है। उन्होंने आंदोलन की चेतावनी दी है। बता दें, घटना के बाद स्थानीय ग्रामीणों ने विरोध-प्रदर्शन किया था। क्षेत्र के बाजार बंद कर विरोध जताया था।
राखी बंधवाने और नए कपड़े दिलाने के बहाने किया था रेप घटना सोमवार शाम 5 बजे की है। जब एक युवक गांव के बस स्टैंड के पास से राखी बंधवाने और नए कपड़े दिलाने के बहाने नाबालिग को नदी की तरफ ले गया। उसके ब्लीडिंग होने पर आरोपी भाग निकला। नाबालिग फिर से बस स्टैंड के पास पहुंची। यहां उसकी छोटी बहन उसे ढूंढती हुए आई। उसे पूरी घटना बताई। आस-पास के अन्य क्लिनिक भी बंद थे। इस दौरान पीड़िता करीब 3 किमी पैदल चली। ऐसे में ब्लीडिंग और तेज हो गई। ये लोग एक ई-मित्र की दुकान के बाहर बैठ गए। ई-मित्र संचालक ने काफी देर तक बैठे और खून बहता देखा तो पुलिस को सूचना दी। जिसके बाद पुलिस सोमवार रात करीब 12 बजे पीड़िता को लेकर उदयपुर के एमबी हॉस्पिटल पहुंची।