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उदयपुर-उदयपुर में लेपर्ड का आतंक कम नहीं हो रहा है। इंसानों के साथ ही जानवरों पर भी हमले के मामले सामने आते रहे है। हाल में गोगुंदा से करीब 72 किमी दूर मावली तहसील में बुधवार सुबह एक बछड़े का शिकार किया। इसके बाद वन विभाग ने यहां पिंजरा लगाया, जिसमें आज सुबह लेपर्ड फंस गया। ग्रामीणों ने लेपर्ड का वीडियो बनाया तो पिंजरे से गुर्राने लगा। गुर्राते हुए उसने आंख भी दिखाई।
क्षेत्रीय वन अधिकारी भैरूलाल परमार ने बताया- फतहनगर के पास बासनीकला ग्राम पंचायत के लदाना गांव में बछड़े का शिकार होने की जानकारी ग्रामीणों से मिली थी। इसके बाद बुधवार रात पिंजरा लगा दिया गया था। गुरुवार सुबह देखा तो पिंजरे में लेपर्ड फंस गया था। ये मादा लेपर्ड है, जिसकी उम्र दो साल है। इसे सज्जनगढ़ बायोलॉजिकल पार्क ले जाया गया है।
पिंजरे के पास गए तो दहाड़ मारने लगा लेपर्ड लदाना गांव के दलपत सिंह झाला ने बताया- लेपर्ड को देखने पिंजरे के पास गए तो वह गुर्राने लगा। लेपर्ड का वीडियो भी बनाया। लेपर्ड अपनी आंखें बड़ी-बड़ी करते हुए दहाड़ मार रहा था। वन विभाग की टीम को पिंजरे में लेपर्ड के फंसने की सूचना दी, जिसके बाद वे पहुंचे। उन्होंने बताया- पिछले कई दिनों से ग्रामीण लेपर्ड को देख रहे थे। उसके मूवमेंट से ग्रामीण भयभीत थे। उन्होंने बताया कि लेपर्ड यहां मवेशियों का शिकार कर रहा था।
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बछड़े को उठाकर ले गया लेपर्ड
मावली से करीब 55 किमी दूर कुराबड़ ब्लॉक के सोमाखेड़ा ग्राम पंचायत के केड़िया गांव में आज सुबह करीब साढ़े नौ बजे लपेर्ड बछड़े को उठाकर ले गया। ग्रामीण मुकेश पटेल ने बताया कि हीरा पुत्र मोड़ा के बाड़े में लेपर्ड आया। इसके बाद डेढ़ साल के बछड़े को लेकर भाग गया। ग्रामीणों ने यहां पिंजरा लगाने की मांग की। उन्होंने बताया कि लेपर्ड दिन में आ रहा है।