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उदयपुर-उदयपुर में पुलिस ने 50 बीघा जमीन पर फैली करीब 30 करोड़ रुपए की अवैध गांजे की खेती का पर्दाफाश किया है। पुलिसकर्मी शोभायात्रा के बहाने दुर्गम जनजातीय इलाकों कउडा-मउडा, माण्डवा, निचली सुबरी और उपलाथला में पहुंची।
खेतों में 8 हजार से अधिक गांजे के पौधे लहलहा रहे थे, जिन्हें गुजरात और पंजाब में सप्लाई करने की तैयारी थी। एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) की चार टीमों ने मिलकर इस ऑपरेशन को अंजाम दिया।
4 पॉइंट्स में समझिए, कैसे पकड़ी गई गांजे की खेती…
1. तस्करों ने जनजातीय क्षेत्र को बनाया अड्डा
पुलिस महानिरीक्षक विकास कुमार ने बताया- मादक पदार्थ तस्करों ने उदयपुर के जनजातीय क्षेत्र में 50 बीघा से अधिक जमीन पर अवैध गांजे की खेती शुरू की थी। इस खेती में 8 हजार से अधिक पौधे लगाए गए थे। तस्करों ने उदयपुर के जनजातीय क्षेत्र को अपना अड्डा बना लिया था और पिछले कई सालों से वे इस क्षेत्र में अवैध गांजे की खेती कर रहे थे। इस गांजे को पश्चिमी राजस्थान, दक्षिणी राजस्थान, उत्तरी गुजरात और पंजाब के इलाकों में ऊंचे दामों पर बेचा जा रहा था।
2. तीन महीने तक की खुफिया पड़ताल
विकास कुमार ने बताया कि राजस्थान में गांजे की बढ़ती सप्लाई को देखते हुए एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) ने तीन महीने पहले खुफिया पड़ताल शुरू की थी। मणिपुर, तेलंगाना और ओडिशा से आने वाले गांजे की मात्रा से अधिकारियों को संदेह हुआ कि राज्य में ही कहीं स्थानीय स्तर पर इसकी अवैध खेती हो रही है।
इसके बाद, ANTF की टीमों ने विभिन्न विभागों के कर्मचारियों के रूप में क्षेत्र में तैनाती की। किसी ने पाइपलाइन डालने के नाम पर सर्वे किया, तो किसी ने कृषि निरीक्षक बनकर खेतों की मिट्टी की जांच की। बिजली विभाग की टीम बनकर भी सर्वे किया गया और कृषि ऋण माफी के बहाने खेतों को चिह्नित किया गया।
3. अम्बे माता की शोभायात्रा के रूप में पहुंची टीमें
विकास कुमार ने बताया- ऑपरेशन को अपराधियों से छुपाने के लिए ANTF की टीम ने एक अनूठा तरीका अपनाया।
टीम जयपुर से अम्बे माता की शोभायात्रा के रूप में रवाना हुई। पुलिसकर्मी जयकारे लगाते हुए यात्रा में शामिल हुए और पिण्डवाड़ा में रात बिताई, जहां स्थानीय लोगों ने उन्हें श्रद्धालु मानकर खूब सेवा की। अगली सुबह जब पुलिस ने दबिश दी, तब जाकर लोगों को पता चला कि वे श्रद्धालु नहीं, बल्कि पुलिसकर्मी हैं। इस कार्रवाई से गांजे के कारोबारियों के होश उड़ गए।
4. गांजे की करोड़ों की फसल नष्ट, जांच जारीविकास कुमार ने बताया कि टीमों ने सुबह 4 बजे अभियान चलाकर खेतों में उगाई गई अवैध गांजे की फसल को तबाह कर दिया, जिसकी अनुमानित कीमत करोड़ों रुपए है। एनसीबी और एएनटीएफ की टीमें अब जांच कर रही हैं कि यह गांजा राजस्थान में ही खपाया जा रहा था या अन्य हिस्सों में भेजा जा रहा था। आईजी विकास कुमार ने आमजन से संदिग्ध गतिविधियों की सूचना देने की अपील की है। एएनटीएफ और एनसीबी राजस्थान को नशामुक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
