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दुनिया भर में 13-15 वर्ष की आयु के 37 मिलियन बच्चे तम्बाकू का सेवन करने का अनुमान, डॉ विक्रम सिंह
तखतगढ 31 मई;(खीमाराम मेवाडा) शनिवार को विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तखतगढ़ मैं सेवारत चिकित्सा अधिकारी
मुख एवं दंत रोग विशेषज्ञ डॉ विक्रम सिंह ने कहा की
सीएचसी तखतगढ़ के दन्त विभाग में हर माह 5-7 मरीज पोटेन्शली प्रीमैलिग्नेंट डिसऑर्डर के आ रहे है। जोकी बहुत चिंताजनक विषय है। जिस्का प्रमुख कारण तम्बाकू सेवन एवं खराब मौखिक स्वच्छता है ! मुंह का पूरा न खुलना, सफेद व लाल दाग और दो हफ्ते से अधिक समय से मुंह में छाले पड़ने की समस्या हो तब तुरंत डॉक्टर से जांच करवानी चाहिए। यह मुंह के कैंसर के लक्षण हो सकते हैं। इस वर्ष की थीम -(“Bright products. Dark intentions. Unmasking the Appeal”) का उदेश्य तम्बाकू उत्पाद एवं उद्योग का काला सच उजागर करना है ! जो उद्योग के लाभ के लिए हमारी भविष्य पीढ़ी के साथ बेशर्मी से छेड़छाड़ किया जा रहा है। हर दिन, तम्बाकू और निकोटीन उद्योग उपयोगकर्ताओं की नई पीढ़ी को लुभाने और मौजूदा लोगों को बनाए रखने के लिए सावधानीपूर्वक इंजीनियर उत्पादों और भ्रामक रणनीति का उपयोग करते हैं। अनुमान है कि दुनिया भर में 13-15 वर्ष की आयु के 37 मिलियन बच्चे तम्बाकू का सेवन करते हैं। उन्होंने कहा कि तंबाकू सेवन की लत से छुटकारा कैसे पाएं? तंबाकू की लत से छुटकारा पाना एक चुनौतीपूर्ण लेकिन संभव काम है। इसके लिए इच्छाशक्ति, दृढ़ संकल्प और सही रणनीति की आवश्यकता होती है। यहाँ कुछ प्रभावी तरीके दिए गए हैं। जिनकी मदद से आप तंबाकू की लत से छुटकारा पा सकते हैं।
- इच्छाशक्ति और दृढ़ संकल्प:
- खुद का फैसला: सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आप खुद तंबाकू छोड़ने का फैसला करें। किसी और के दबाव में नहीं, बल्कि अपने स्वास्थ्य और भविष्य के लिए। लक्ष्य निर्धारित करें: अपने लक्ष्य को मजबूत करें और खुद को याद दिलाते रहें कि आप इसे क्यों छोड़ना चाहते हैं। अपने परिवार, दोस्तों और अपने स्वास्थ्य के लिए इसे छोड़ने की सोचें।
- धीरे-धीरे छोड़ें या एक साथ छोड़ें: धीरे-धीरे छोड़ें: यदि आपको अचानक छोड़ना मुश्किल लगता है, तो धीरे-धीरे मात्रा कम करें। हर दिन एक निश्चित मात्रा में कम तंबाकू चबाएं/इस्तेमाल करें। इससे आपका शरीर धीरे-धीरे इस आदत से दूर हो जाएगा। एक साथ छोड़ें (कोल्ड टर्की): कुछ लोगों के लिए एक ही बार में छोड़ना सबसे प्रभावी होता है। यदि आप ऐसा करने में सक्षम हैं, तो एक निश्चित तारीख तय करें और उस दिन से पूरी तरह से तंबाकू छोड़ दें।
- सहायता और सहयोग लें: परिवार और दोस्तों का सहयोग: अपने परिवार और दोस्तों को बताएं कि आप तंबाकू छोड़ना चाहते हैं। उनका सहयोग आपको इस मुश्किल समय में मदद करेगा। डॉक्टर या काउंसलर की मदद: डॉक्टर या काउंसलर आपको तंबाकू छोड़ने की सही रणनीति बता सकते हैं। वे निकोटीन रिप्लेसमेंट थेरेपी (NRT) या अन्य दवाओं के बारे में भी सलाह दे सकते हैं।
सहायता समूह: ऐसे सहायता समूहों में शामिल हों जहां अन्य लोग भी तंबाकू छोड़ने की कोशिश कर रहे हों। यह आपको प्रेरणा और समर्थन देगा। - वैकल्पिक उपाय और घरेलू नुस्खे: मुंह को व्यस्त रखें: जब भी तंबाकू की तलब लगे, तो कुछ और मुंह में रखें, जैसे सौंफ, इलायची, लौंग, दालचीनी, मुलेठी, या च्यूइंग गम। पानी और तरल पदार्थ: खूब पानी और अन्य तरल पदार्थ पिएं। यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करेगा अजवाइन: अजवाइन को नींबू के रस और काले नमक में भिगोकर सुखा लें। जब भी तलब लगे, इसे मुंह में रखकर चूसें। अदरक: अदरक के छोटे टुकड़े करके उसमें नींबू का रस और नमक मिलाकर धूप में सुखा लें। तलब लगने पर इन्हें मुंह में रखें और चूसें तुलसी: रोजाना 3-4 तुलसी की पत्तियां सुबह-शाम चबाएं।
- अपनी जीवनशैली में बदलाव: व्यायाम: नियमित रूप से व्यायाम करें, जैसे दौड़ना, तैराकी, या रस्सी कूदना। यह तनाव कम करने और शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करेगा। योग और ध्यान: योग और ध्यान निकोटीन की तलब से लड़ने और दिमाग को शांत रखने में मदद कर सकते हैं। स्वस्थ आहार: पौष्टिक आहार लें। तंबाकू से दूर रहें: उन जगहों और लोगों से दूर रहें जो आपको तंबाकू के सेवन के लिए प्रेरित कर सकते हैं। दिमाग को व्यस्त रखें: जब भी तलब लगे, अपना ध्यान किसी और काम में लगाएं, जैसे कोई हॉबी, पढ़ना, या कोई नया कौशल सीखना।
- तलब से निपटने के तरीके: पहचानें और सामना करें: उन स्थितियों को पहचानें जो आपको तंबाकू की तलब महसूस कराती हैं (जैसे तनाव, बोरियत, भोजन के बाद)। इन स्थितियों से निपटने के लिए पहले से ही एक योजना बनाएं।गहरी सांस लें: जब भी तलब लगे, गहरी सांस लें और धीरे-धीरे छोड़ें। ध्यान भटकाएं: कुछ और करने की कोशिश करें, जैसे टहलना, संगीत सुनना, या किसी दोस्त से बात करना। तंबाकू छोड़ना एक यात्रा है, और इसमें उतार-चढ़ाव आ सकते हैं। यदि आप एक बार असफल होते हैं, तो हिम्मत न हारें। दोबारा कोशिश करें और याद रखें कि आपका स्वास्थ्य आपकी सबसे बड़ी संपत्ति है।