PALI SIROHI ONLINE
खीमाराम मेवाडा
चांदनी की रात में बरसा अमृत खीर का लगाया भोग
श्री कुमावत नवयुवक मण्डल सेवा समिति ने विभिन्न कार्यक्रम के धूमधाम से मनाया 27 वां शरद पूर्णिमा महोत्सव
तखतगढ 17 अक्टूबर;(खीमाराम मेवाडा) शरद पूर्णिमा महोत्सव को लेकर बुधवार रात्रि श्री कुमावत नवयुवक मण्डल सेवा समिति के संयुक्त तत्वावधान में रामदेवजी मंदिर टासकवास में विभिन्न कार्यक्रमो के साथ धूमधाम से मनाया 27 वां शरद पूर्णिमा महोत्सव बुधवार रात्रि को बाबा रामदेव मंदिर प्रांगण में श्री कुमावत नवयुग मंडल सेवा समिति के तत्वाधान में आयोजित 27 वे शरद पूर्णिमा महोत्सव के अवसर पर विशाल भजन संध्या के मंच पर भजन गायक मंडली पारस वैष्णव गोदन द्वारा भगवान श्री कृष्ण अवतार एक से बढ़कर एक भजनों की प्रस्तुतियां श्रोताओं को मोहित कर रहे थे।कार्यक्रम के दौरान आगामी दिसंबर 2024 में आयोजित होने वाले कुमावत समाज का 26 वा प्रतिभा समारोह को लेकर विचार विमर्श कर सम्मानित होने वाली प्रतिभाओं के लिए अंक तालिका जमा करवाने की अंतिम तारीख 30 नवंबर रखी गई है। और 30 नवंबर तक समाज की कक्षा 3 से ऊपर 12वीं तक की कक्षाओं की सभी प्रतिभाएं अपनी अपनी अंक तालिका शांतिलाल रामीणा नया बस स्टैंड के वहा जमा करवाने का निर्णय लिया गया है। साथ ही 26 वे प्रतिभा सम्मान समारोह के सहयोग करता भामाशाहओ को घोषणा के अनुसार राशि और पासपोर्ट साइज फोटो समय पर जमा करवाने की बात कही गई। ताकि समय पर आमंत्रण पत्रिका सहित विभिन्न व्यवस्थाओ की तैयारीयां की जा सके। बैठक में शेष बकाया आजीवन सदस्यता शुल्क जमा करवाने एवं अजीब से अधिक नवीन सदस्यो को जोड़ने का आह्वान किया गया।
— इनका हुआ सम्मान, कार्यक्रम के साथ-साथ कुमावत नवयुग मंडल सेवा समिति के प्रतिनिधि मंडल द्वारा 27 वे सदर पूर्णिमा महोत्सव के खीर के लाभार्थी सवाराम पीराजी रोटाँगण एवं आगामी वर्ष 2025 शरद पूर्णिमा महोत्सव खीर के लाभार्थी कानाराम पुनाजी रामीणा, समाज के नोहरे में बने दोनो कमरो में 2 पंखो की घोषणा के लाभार्थी हरिराम किस्तूरजी मेवाड़ा सहित हाल ही में जवाई जल वितरण संगम अध्यक्ष निर्वाचित हुए चेलाराम विराजी का पुष्प माला पहनना कर सम्मान के साथ अभिनन्दन किया गया।
— चांदनी रात में बरसात अमृत, मान्यता के अनुसार आपको बता दे की अश्विनी महीने कि शरद पूर्णिमा को चांदनी की रात होती है। तब वृंदावन में भगवान श्रीकृष्ण और गोपियों के साथ रासलीला खेलने है। इस दिन चंद्रमा अपनी 16 कलाओं से पूर्ण होकर उसकी किरणें अमृतमयी मानी जाती हैं। तब बनाई हुई खीर को चंद्रमा के सामने रखी जाती है। वही खीर चंद्रमा की किरणों से अमृत रूपी बन जाती है और उसी खीर का प्रसाद वितरण किया गया। किसी प्रकार कस्बे के श्री चारभुजा ठाकुर मंदिर प्रांगण में नगर वासियों द्वारा खीर का आयोजन भी किया। इस अवसर पर नरसाराम कुमावत, जितेंद्र चांदोरा, परशुराम, परकाराम, दिनेश रामीणा, वागारम कुमावत, अकाराम, हिम्मतमल, त्रिभुवन सहित सैकड़ो समाज बंधु मौजूद रहे।