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खीमाराम मेवाडा
बालक के सर्वांगीण विकास में संस्कारों का अधिक महत्व होता है, त्रिवेदी
शिशु नगरी मेला व अभिभावक सम्मेलन
तखतगढ 21 जनवरी;(खीमाराम मेवाडा) आदर्श शिक्षा संस्थान वाली द्वारा संचालित आदर्श विद्या मन्दिर प्राथमिक में शिशु नगरी मेला व अभिभावक सम्मेलन का शुभारंभ मुख्य अतिथि रवीन्द्र कुमार त्रिवेदी (अतिरिक्त ब्लॉक शिक्षा अधिकारी, सुमेरपुर), जिला अध्यक्ष गिरिजानन्दन तोषनीवाल, दीपक सैनी (भाजपा व्यवसायिक प्रकोष्ठ जिला संयोजक), व्यवस्थापक सोहन नागर व प्रबंध समिति सदस्या राखी भाटी ने मां शारदा, ओउम् व भारत माता के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया। अतिथियों का परिचय प्राथमिक प्रधानाचार्य कुलदीप कुमार द्वारा करवाया गया।
मुख्य अतिथि त्रिवेदी ने बताया की बालक के सर्वांगीण विकास में संस्कारों का अधिक महत्व होता है। बालक की प्रारंभिक शिक्षा मातृभाषा मे हो तभी बालक अपनी ज्ञानेन्द्रयों एवं कर्मेन्द्रियो का विकास कर पाता है। विद्या भारती शिक्षा से ही समाज में परिवर्तन सम्भव है। भारतीय सभ्यता और सस्कृति में मातृशक्ति का योगदान सदियों से रहा है।
तोषनीवाल ने विद्या भारती संस्था का परिचय देते हुए बताया कि बालक में संस्कारों का बीजारोपण सर्वप्रथम परिवार द्वारा होता है, उसके बाद विद्यालय और समाज है। सैनी ने संस्कार पश्च को बताते हुए बताया की समाज में अगर शिक्षा के साथ बालको के जीवन में अगर संस्कार देने का कोई कार्य कर रहा है तो वह विद्या भारती विद्यालय है।
शिशु वाटिका प्रभारी दुर्गेश कंवर ने शिशु नगरी मेले की १२ व्यवस्था व १४ क्रिया कलापों की व्यापक रूप से सभी के सामने भुमिका रखी।
उच्च माध्यमिक प्रधानाचार्य श्रवण त्रिवेदी ने विद्यालय की शैक्षणिक व सह शैक्षणिक गतिविधियों की जानकारी सभी को दी। सोहनलाल नागर द्वारा सभी का आभार व्यक्त किया गया। मंचिय कार्यक्रम के बाद विद्या मंदिर में शिशु नगरी के निमित्त लगे मेले में अतिथियो द्वारा एवं नगर के पधारे हुये सभी अभिभावक एवं प्रबुद्धजनों द्वारा १२ व्यवस्थाओं एवं १४ क्रियाकलापो का अवलोकन किया गया। शिशु बालको द्वारा क्रियात्मक कार्य को देखकर अतिथियों द्वारा भैया बहिनों के शिक्षण कार्य से प्रभावित हुए। मेले में चिडियाघर, तरणताल, क्रिडांगण, चित्र पुस्तकालय, प्रदर्शनी, कार्यशाला, कलाशाला, आदर्श घर, रंगमंच, वस्तु संग्रहालय इत्यादि व्यवस्थाओं को भैया/बहिनों द्वारा स्वयं करके शिक्षण कार्य को बताया गया। कार्यक्रम से प्रभावी होकर दीपक सैनी ने ५१०० रूपये पारितोषित की घोषणा की। कार्यक्रम का संचालन आचार्य धन्नाराम द्वारा किया गया।
इस अवसर पर सहायक प्रधानाचार्य वीनू जितेन्द्र कुमार, दिनेश कुमार, दिनेशचन्द्र, कविता कुमारी, चेतना कुमारी, शीतल शर्मा, राधा प्रजापत, हेमन्त कुमार विमला कुमारी, श्रवण बारोलिया, वीरेन्द्र कुमार, शारदा कुमारी ने व्यवस्था में सहयोग प्रदान किया।


