PALI SIROHI ONLINEखीमाराम मेवाडावर्तमान व्यवस्था में भागीदारी बढ़ाने के लिए संविधान को समझना एवं अपनाना आवश्यक – रेवंत सिंह पाटोदा,तखतगढ 12 जनवरी;(खीमाराम मेवाडा) श्री क्षत्रिय युवक संघ के आनुषंगिक संगठन श्री क्षात्र पुरुषार्थ फाउंडेशन का सातवां स्थापना दिवस रविवार को सुमेरपुर स्थित मानसरोवर वाटिका में मनाया गया। कार्यक्रम में इस वर्ष “क्षात्र धर्म और भारतीय संविधान” विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का प्रारंभ पूज्य तन सिंह की तस्वीर के समक्ष पूजा अर्चना और मंगलाचरण से हुआ। दिग्विजय सिंह कोलीवाड़ा ने कार्यक्रम की भूमिका एवं श्री क्षात्र पुरुषार्थ फाउंडेशन का परिचय देते हुए कहा कि इस वर्ष संविधान निर्माण के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में फाउंडेशन का सातवां स्थापना दिवस “क्षात्र धर्म और भारतीय संविधान” विषय पर विचार गोष्ठी के रूप में मनाया जा रहा है। श्री क्षत्रिय युवक संघ के जालोर संभाग प्रभारी अर्जुन सिंह देलदरी ने संघ की कार्यप्रणाली एवं संघ के संस्थापक पूज्य तनसिंह के बारे में विस्तार से बताया।कार्यक्रम के प्रथम वक्ता के रूप में परबत सिंह खिंदारा गांव ने भारत के संविधान की रूप रेखा को बताया एवं उसे सरल भाषा में समझाया, उसके पश्चात प्रकाश सिंह भदरू ने बल्लू जी चम्पावत के बलिदान को याद करते, क्षात्र धर्म की पालना का आह्वान किया एवं उन्होंने कहा व्यवस्था में भागीदारी के लिए संघर्ष जरूरी है।संघ के केंद्रीय कार्यकारी रेवंत सिंह पाटोदा ने अपने उद्बोधन में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम से लेकर भगवान श्री कृष्ण, महात्मा बुद्ध, बप्पा रावल, महाराणा प्रताप, दुर्गादास राठौड़ एवं वर्तमान समय तक की परिस्थितियों में क्षत्रियों के संघर्ष पर प्रकाश डाला। साथ ही उन्होंने वर्तमान संवैधानिक व्यवस्था में किस तरह श्री क्षात्र पुरुषार्थ फाउंडेशन कार्य कर समाज की व्यवस्था में हिस्सेदारी बढ़े इसके लिए प्रयास कर रहा है, उस पर भी प्रकाश डाला। भारत के संविधान की प्रस्तावना के सभी बिंदुओं पर भी बात करते हुए उन्होंने पूर्वजों के जीवन मूल्यों से परिचय करवाया।कार्यक्रम में कैप्टन सरदार सिंह बलावत, जितेंद्र सिंह गिलाकोर सीओ सुमेरपुर, प्रताप सिंह बिटिया, झरमल सिंह खिंवाड़ी, यशवंत सिंह जाखोड़ा, चंदन सिंह शेखावत, गजेन्द्र सिंह वरावल, हीर सिंह लोड़ता, मोहब्बत सिंह धींगाना, ईश्वर सिंह सरण का खेड़ा, सुमेर सिंह उथमण, अर्जुन सिंह बारेवड़ा, उम्मेद सिंह ऊण, इंदर सिंह नारवणा, चैन सिंह मालारी एवं फाउंडेशन के पाली जालोर सिरोही के सहयोगियों सहित समाजबंधु उपस्थित रहे।