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खीमाराम मेवाडा
बालक के सर्वांगीण विकास मे माँ की भूमिका शिक्षाविद कमलेश विश्नोई
तखतगढ 5 सितम्बर;(खीमाराम मेवाड) आदर्श विद्या मंदिर प्राथमिक सुमेरपुर में मातृ शक्ति सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत माँ सरस्वती, ओम व भारत माता के समक्ष जोधपुर प्रान्त समयदायनी कार्यकर्ता व शिक्षाविद कमलेश विश्नोई, डॉ. राजलक्ष्मी व प्रबंध समिति अध्यक्ष मीठालाल रांका द्वारा की गई।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ. राजलक्ष्मी ने अपने उद्बोधन में बताया कि बालक की प्रथम गुरू माँ होती है। बालक के स्वास्थ्य की दृष्टि से पौष्टिक भोजन उसके सर्वांगीण विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। बालक को मोबाईल से दूर रखना चाहिए। उसकी अच्छी बुरी आदतों का निर्माण माँ ही करती है। बालक अपने जीवन के प्रारंभिक काल में माँ से ही सीखता है। डॉ. ने माताओं से अपने बच्चो से संबंधित हर प्रकार के प्रश्न पूछकर उनके संतुष्टिपूर्ण जवाब दिए। आचार्या विमला ने शिशुवाटिका के आठ सोपानों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बाल्यावस्था में बालक के साथ मित्रतापूर्ण व्यवहार से उसके आचार विचार, आहार व संस्कार पक्ष पर अधिक ध्यान देना चाहिए। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता कमलेश विश्नोई ने अपने उद्बोधन में बताया कि बालक की शिक्षा समाज केन्द्रित, राष्ट्र केन्द्रित व संस्कार केन्द्रित होनी चाहिए तभी हम सब मिलकर महाराणा प्रताप, शिवाजी, स्वामी विवेकानन्द जैसे आदर्श बालकों का निर्माण कर सकेंगे जो कि आगे चलकर भारत को विश्व गुरु के पटल पर आलौकित करेंगे। विद्या भारती इसी लक्ष्य को लेकर कार्यरत है। हमे इसके लिए घर में महापुरुषों के चित्र, पूजा घर में सबकी उपस्थिति, बड़ो का मान सम्मान, सामूहिक भोजन करना, बालकों को मोबाईल से दूर रखना व सनातन संस्कृति के मूल्यो का संचार करना होगा।
प्रधानाचार्य श्रवण कुमार त्रिवेदी ने कहा कि आधुनिक समय में संयुक्त परिवार खत्म होने के कारण बालकों मे संस्कार पक्ष कमजोर हो गया है। विद्या भारती के विद्यालयों में अध्ययन के अतिरिक्त भारतीय संस्कृति, नैतिक मूल्यों व संस्कार पक्ष पर विशेष जोर दिया जाता है। जिससे बालक का सर्वांगीण विकास होता है। मीडिया प्रभारी विरेन्द्र यादव ने बताया कि कार्यक्रम के दूसरे भाग में उच्च माध्यमिक विद्यालय में उत्कृष्ट विद्यालय के अवलोकन के लिए कमलेश विश्नोई ने वंदना सभा, कक्षाओं मे वाचन, सुलेख, इंग्लिश स्पोक, गणित की जानकारी करते हुए भैया/बहिनो से शैक्षिक स्तर की जानकारी प्राप्त की। इसके अतिरिक्त भैतिक संसाधन, स्वच्छता, प्रयोगशाला, संगणक, खेल सामग्री, सुरक्षा व्यवस्था, वर्तमान सत्र की संख्यात्मक जानकारी, शुल्क प्राप्ति, बोर्ड कक्षाओं के परिणाम इत्यादि का अवलोकन किया। साथ ही विद्यालय में शिक्षक दिवस मनाया गया जिसमे बालको ने आचार्यो का तिलक लगाकर, माला पहनाकर, मुँह मीठा करके विद्यालय की सम्पूर्ण शैक्षणिक व सह शैक्षणिक गतिविधियो का संचालन किया। इस अवसर पर प्राथमिक प्रधानाचार्य कुलदीप दत्ता, माध्यमिक सहप्रधानाचार्या वीनू सोलंकी, स्थानीय समिति कोषाध्यक्ष सुरेन्द्र लुणिया, व्यवस्थापक सोहनलाल नागर एवं विद्या मन्दिर के प्राथमिक भाग व माध्यमिक भाग के समस्त आचार्य व आचार्याओं का सहयोग रहा।
*विद्या भारती शिक्षा संस्थान जोधपुर प्रांत की योजनानुसार आज आदर्श विद्या मंदिर उच्च माध्यमिक सुमेरपुर में उत्कृष्ट विद्यालय के अवलोकन के लिएशिक्षाविद् समयदानी कार्यकर्ता श्रीमान कमलेश जी विश्नोई द्वारा विद्यालय की वंदना सभा , कक्षाओं में वाचन, सुलेख, English spoken, गणित की जानकारी करते हुए भैयाओं से शैक्षिक स्तर की जानकारी प्राप्त की, भौतिक संसाधन, सुरक्षा व्यवस्था, स्वच्छता, प्रयोगशालाओं, संगणक, खेल सामग्री, वर्तमान सत्र की संख्यात्मक जानकारी, शुल्क प्राप्ति, बोर्ड कक्षाओं के परिणाम इत्यादि का दिनभर रहकर अवलोकन किया। आचार्यों के साथ बैठक कर सुझाव व अन्य सुधारात्मक उपायों की सलाह दी। वंदना सत्र में एवम मातृ सम्मेलन में प्रबंध समिति के अध्यक्ष,(मीठा लालजी )उपाध्यक्ष(जीतेश बाठिया), व्यवस्थापक(सोहन जी नगर), कोषाध्यक्ष(सुरेंद्र जी लुणिया), शैक्षिक प्रमुख(नारायण सिंह जी )उपस्थित रहे।
सभी आचार्य/आचार्या को शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं