PALI SIROHI ONLINE
सिरोही-सिरोही में रॉन्ग साइड आ रही तूफान गाड़ी टैंकर से टकरा गई। हादसे में तूफान में सवार 8 लोगों की मौत हो गई। 16 घायल हो गए। हादसा उदयपुर-पालनपुर फोरलेन हाईवे (NH-27) पर पिंडवाड़ा थाना क्षेत्र में कैंटल पुलिया के पास रविवार रात करीब 8 बजे हुआ
तूफान गाड़ी में सवार सभी लोग उगनासार (उदयपुर) से सिरोही होते हुए पाली के नाकोड़ा मंदिर में मजदूरी करने के लिए जा रहे थे। कैंटल पुलिया के पास तूफान गलत साइड में जाकर सामने से आ रहे टैंकर से भिड़ गई।
सूचना मिलते ही पिंडवाड़ा थाना अधिकारी, पिंडवाड़ा डीएसपी भंवरलाल चौधरी और तहसीलदार फौरन मौके पर पहुंचे। हादसे में तूफान गाड़ी चकनाचूर हो गई। कड़ी मशक्कत के बाद घायलों को बाहर निकाला। एंबुलेंस से सभी घायलों को इलाज के लिए पिंडवाड़ा के सरकारी अस्पताल लेकर गए। वहां से उन्हें सिरोही के जिला अस्पताल रेफर कर दिया।
तूफान गाड़ी में 29 लोग सवार थे
सिरोही एडिशनल एसपी प्रभु दयाल धानिया ने बताया- सिरोही से जब पिंड़वाडा जाते हैं, तो इसके लिए पिंडवाड़ा हाईवे पर चढ़ते हैं। यहां से एक-डेढ़ किलोमीटर दूरी पर एक कट है।
यह तूफान गाड़ी कट से टर्न लेकर रॉन्ग साइड में आ रही थी। सामने से एक टैंकर आ रहा था। दोनों में आमने-सामने की टक्कर हो गई।
गाड़ी में 29 लोग सवार थे। इनमें से 8 की मौत हो गई। 16 लोग घायल हैं। 5 लोग सुरक्षित हैं।
हादसे में सूरजमल (40), झाला और 6 अन्य लोगों की मौत हो गई।
सूचना मिलते ही सभी स्टाफ को बुला लिया सिरोही जिला अस्पताल मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर वीरेंद्र महात्मा ने बताया- रात 8:30 बजे प्रशासन से सूचना मिली कि मास कैजुअल्टी आ रही है। उसके लिए तैयारी करते हुए घायलों के इलाज के सभी स्टाफ को बुलाया गया।
जालोर सांसद लुंबाराम चौधरी और पिंडवाड़ा विधायक समाराम गरासिया ने सिरोही जिला अस्पताल पहुंचकर घायलों के हालचाल जाने।
सभी घायल उदयपुर के रहने वाले करण (30), रोशन (30), कानीबाई (35), प्रमोद (35), केशुलाल (45), लक्ष्मी (25), सुगना (10), उरीबाई (50), भंवरलाल (38), राजू (24), रमेश (25), सुगता (16), रामलाल (22), मोहन (25), सुरेश (20) और लाली घायल हैं। सभी उदयपुर के रहने वाले हैं।
हादसे के कारणों की जांच करेंगे सिरोही कलेक्टर अल्पा चौधरी ने कहा- हाईवे खुल चुका है। स्थिति अंडर कंट्रोल है। दो गंभीर घायलों को उदयपुर रेफर कर रहे हैं। इस तरह के हादसे नहीं होने चाहिए। हादसे के पीछे जो भी कमियां रहीं, उसकी जांच करेंगे। भविष्य में ऐसे हादसे न हों, इसकी पूरी कोशिश करेंगे।