PALI SIROHI ONLINE
सिरोही-कलदरी स्कूल में स्टाफ की कमी को लेकर सोमवार को ग्रामीणों ने स्कूल के ताला जड़ दिया और धरने पर बैठ गए। सूचना मिलते ही जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और करीब 7 घंटे की समझाइए इसके बाद दो शिक्षकों की नियुक्ति पर ग्रामवासी सहमत हुए।
ग्राम वासियों ने बताया कि वे पिछले कई महीनों से शिक्षकों की नियुक्ति की मांग कर रहे हैं, लेकिन शिक्षा विभाग बिल्कुल ध्यान नहीं दे रहा था। 7 शिक्षकों के सहारे 268 छात्रों का स्कूल चल रहा है। स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों की नियमित पढ़ाई नहीं होने से आदिवासी बाहुल्य इलाकों में पढ़ने वाले बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है। पूर्व में सरपंच कमूरी देवी ने कलेक्टर व जिला शिक्षा अधिकारी को लिखित ज्ञापन देते हुए उनकी समस्या से अवगत करवाया था, लेकिन समस्या का हल नहीं निकला। इस तरह करीब 3 वर्ष से अधिक समय बीत गया, लेकिन यहां स्टाफ की व्यवस्था नहीं हो पाई। ऐसे में बच्चों के पढ़ाई पर खासा असर पड़ रहा था।
मैथ, साइंस और इंग्लिश सहित कई विषय में अध्यापकों के कमी के चलते बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र एकमात्र बड़ा स्कूल है। सवेरे 7 बजे से ही सरपंच प्रतिनिधि थावरा राम गरासिया, पूर्व पंचायत समिति सदस्य मंगल कुमार मीणा के नेतृत्व में ग्रामीण ने स्कूल पर ताला जड़कर बच्चों को बैग्स के साथ बाहर बिठाया। इस दौरान महिलाओं ने भी बड़ी संख्या में नारेबाजी करते हुए स्कूल में स्टाफ बढ़ाने की मांग रखी। खबर जिला प्रशासन तक पहुंची तब तक पालड़ी एम पुलिस थाना व शिक्षा विभाग से अधिकारी मौके पर पहुंचे और समझाइश का प्रयास किया। कई घंटे तक वार्ता का दौर चला, लेकिन ग्रामीण अपनी मांगों पर अड़े रहे। बच्चों और महिलाओं के साथ कड़ी धूप में बच्चे नारेबाजी के साथ स्कूल के मुख्य गेट पर बैठे रहे।