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सीकर-सीकर जिले के रैवासा धाम के पीठाधीश्वर महंत राघवाचार्य का शुक्रवार सुबह निधन हो गया है। उनका अंतिम संस्कार शनिवार सुबह 9 बजे रैवासा में ही किया जाएगा। जानकारी के अनुसार पीठाधीश्वर को आज सुबह बाथरूम में दिल का दौरा पड़ा था। उन्हें तुरंत ही सीकर हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। वे वेदांत विषय में गोल्ड मेडलिस्ट थे। वे राजस्थान संस्कृति अकादमी के अध्यक्ष भी रहे।
उन्होंने राजस्थान में वेदाश्रमों की भी स्थापना की। रैवास वेद विद्यालय में वेदों की शिक्षा लेने वाले स्टूडेंट इंडियन आर्मी से लेकर कई बड़े संस्थानों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। महंत के अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी ने उनकी वसीयत भी पढ़कर सुनाई। महंत राघवाचार्य ने वृंदावन के संत राजेंद्रदास देवाचार्य को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया है। इसी रैवासा धाम में गोस्वामी तुलसीदास ने काव्य रचना की थी।
अंतिम यात्रा और संस्कार कल
विधायक बालमुकंदाचार्य ने बताया कि महंत की अंतिम यात्रा और अंतिम संस्कार शनिवार को होगा। जानकारी के अनुसार जानकीनाथ बड़ा मंदिर से रैवासा गांव में सुबह 7 बजे से अंतिम यात्रा निकाली जाएगी। यात्रा मंदिर की गौशाला में सुबह करीब 9 बजे पहुंचेगी जहां पीठाधीश्वर की पार्थिव देह रखी जाएगी और पूजा-अर्चना की जाएगी। इसके बाद अंतिम संस्कार किया जाएगा।