PALI SIROHI ONLINE
नटवर मेवाड़ा
सांडेराव राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय भूतमगरी सांडेराव में दो पंचवटी वाटिका का निर्माण
*साण्डेराव-* मुख्यमंत्री वृक्षारोपण महाभियान (हरियालो राजस्थान) एक पेड़ मां के नाम के अंतर्गत राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय भूतमगरी सांडेराव में आस्था वैदिक संस्थान कोलीवाडा के संस्थापक नरेन्द्र माली व कमलेश माली ने विद्यालय में पंचवटी निर्माण हेतु पेड़ उपलब्ध करवाए जिससे विद्यालय में दो पंचवटी वाटिका का निर्माण किया गया । विद्यालय के संस्थाप्रधान घनश्याम लोहार ने बताया कि पंचवटी वाटिका में दिव्य,पवित्र, पूजनीय,लोकप्रिय व जन आस्था के प्रतीक पांच देव वृक्ष पीपल, बरगद,बेल, आंवला व अशोक होते हैं,जिनका धार्मिक व भरपूर औषधीय लाभ व उपयोग भी होता है।
वास्तुशास्त्र के अनुसार पंचवटी वाटिका में पीपल के पौधे को हमेशा पूर्व दिशा की ओर, बरगद को पश्चिम दिशा में,बेल को उत्तर दिशा में, बरगद को पश्चिम दिशा में अशोक वृक्ष को दक्षिण पूर्व (अग्निकोण) में ही लगाया जाता हैं ।इससे पूर्व सही दिशा व स्थान,पेड़ों के बीच निश्चित दूरी का चयन कर निर्धारित आकार में गड्डे खोदकर ये पेड़ लगा कर एक पंचवटी वाटिका का श्रीगणेश किया।ये पेड़ देवताओं को प्रिय, चमत्कारिक एवम अद्वितीय औषधि गुणों से युक्त होते हैं । ये देव वृक्ष कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करते हैं व ऑक्सीजन छोड़ते हैं ।ये पांचों वृक्ष पंचवटी कहे जाते हैं, इन्हें निर्देशानुसार पांचो दिशाओं में स्थापित किया गया ।पीपल का पेड़ रक्त विकार दूर करता है,बरगद का पेड़ शरीर का कायाकल्प करता है,बेल का पेड़ पेट संबंधी बीमारियों में अचूक औषधि का काम करता है, अशोक वृक्ष स्त्री विकारों को दूर करने वाला होता है,आंवला पेड़ प्रचुर विटामिन सी का स्रोत है
।इस अवसर पर विद्यालय के वृक्षारोपण प्रभारी जगदीशराम बिश्नोई, वरिष्ठ प्रबोधक मोहनलाल,अध्यापक प्रतापराम,कन्हैया लाल,अशोक कुमार मीना,सेताराम, श्रीनारायण मीणा,मुकेश कुमार कलवानिया,पुनीत यादव, आशा कुमारी,रमेश कुमार सहित विद्यालय के समस्त छात्र छात्रा व अभिभावक उपस्थित रहे जिनका पंचवटी वाटिका निर्माण में पूर्ण सहयोग रहा ।
इस अवसर पर भामाशाह परिवार नरेन्द्र माली व कमलेश माली का विद्यालय परिवार व विद्यालय विकास एवं प्रबंधन समिति द्वारा आभार अभिव्यक्त किया ।