PALI SIROHI ONLINE
नटवर मेवाड़ा
सांडेराव-अम्बिका मंदिर परिसर में आयोजित दो दिवसीय धार्मिक आयोजन में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब। गाजों बाजों के साथ रामेश्वर महादेव का शिवलिंग स्थापित किया गया, श्रृद्धालुओं ने जैकारे लगाते हुए पुष्प वर्षा की।*
*साण्डेराव -* संत मनसुख हिरापुरीजी महाराज के चातुर्मास के दौरान सोमवती अमावस्या पर अम्बिका मंदिर परिसर में आयोजित दो दिवसीय धार्मिक आयोजन में शिव शक्ति के साथ रामेश्वर महादेव की विशेष पूजा अर्चना करते हुए गाजों बाजों व ढोल नगाड़ों की गूंज व वैद पंडितों द्वारा वैदिक मंत्रों उच्चारण के साथ महादेव के शिव लिंग को स्थापित किया,उपस्थित श्रद्धालुओं ने महादेव के जैकारे लगाते हुए आतिशबाजी करते हुए पुष्प वर्षा की। इस दौरान रूद्राभिषेक,जलाभिषेक,बाल भोग,भजन कीर्तन व महाप्रसाद का आयोजन हुआ जिसमें दूर-दूर से गुरु भक्तों के साथ बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा।
*मां का दर्जा भगवान से भी बढ़कर हैः- हिरापुरी*
संत मनसुख हिरापुरी महाराज ने कहा कि मां का दर्जा इस संसार में अद्धितीय है,जो आदिकाल से लगाकर वर्तमान तक हमेशा मां को भगवान से बढकर मानते है।संत ने मां की ममता के बारे में बताते हुए कहा कि मां-बाप की चरणो में ही चारो धाम है।उन्होने कहा कि जो मार्ग मां-बाप,गुरू, शास्त्र व सत्संग द्वारा बताया जाता है। वही सच्चा मोक्ष का मार्ग है। वें अम्बिका मंदिर परिसर में उपस्थित धर्मसभा में प्रवचन दे रहे थे।मां-बाप की महिमा का बखान करते हुए संत हिरापुरी महाराज ने कहा कि पहले के समय में बच्चे मां-बाप की बहुत इज्जत करते थे। लेकिन आज कलयुग में मां-बाप व गौ-सेवा नही करते है तो हमारा जीवन व्यर्थ है। शरीर तो सिर्फ साधक है, असली मकसद तो परमात्मा को पाना है। संत ने कहा कि जिस प्रकार हम नए कपड़ो को अगर एक बार भी शरीर पर धारण नही करेगे तो उनका कोई औचित्य नही है। उसी प्रकार मनुष्य जीवन में सेवा का भाव नही रहेगा।तो उसके जीवन का कोई मोल नही है। उन्होने ॑हर बात को तुम भूलो मगर मां-बाप को कभी नही भूलना’’ भजन गाकर सभी को भावविभोर कर दिया तथा यहां पहुंची महिला मण्डलियों द्वारा गणपति वंदना व गुरु वंदना के बाद भजन किर्तन करते वातावरण भक्ति मय बना दिया।
*महाप्रसादी में उमड़ा जनसैलाब*
अम्बिका मंदिर परिसर में संत मनसुख हिरापुरीजी महाराज के चल रहे चार्तुमास पर सोमवती अमावस्या पर बाल भोग के लिए महाप्रसादी की गई जिसमें दूर-दूर से पहुंचे श्रद्धालु भक्तों सहित यहां की सरकारी व निजी विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने प्रेम पुर्वक भोजन प्रसाद ग्रहण किया। कार्यक्रम में मुकेश मेवाड़ा फालना,भगवान भाई,रुघाराम चौधरी,जयदेव सिंह राणावत, मदन सिंह गुड़िया,माधुसिंह सिरोही,पुखराज,कांतिलाल, छगन भाई,महेश मेवाड़ा सहित भक्तों ने व्यवस्थाओं में सहयोग किया।