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सोजत_सोजत और मगरा क्षेत्र में हो रही लगातार बारिश के बाद सोजत जल संसाधन विभाग के अधीन 11 बांधों में से 10 बांध भर चुके हैं और दो बांध ओवरफ्लो होकर छलक रहे हैं। केवल सारण गांव के बने बांध में पानी की आवक नहीं हुई है, बाकी सभी बांध फुल होने की तैयारी में है। जिससे किसानों को फसलों में फायदा मिलेगा।
रबी की फसल के लिए मिलेगा सिंचाई का पानी
इस बार इंद्रदेव की मेहरबानी से सोजत क्षेत्र में भरपूर बारिश हुई। इस वजह से अगस्त माह के जाते-जाते सोजत जल संसाधन विभाग के अधीन आने वाले 11 में से 10 बांधों में जबरदस्त पानी कि आवक हुई है और वे छलकने को तैयार है। वहीं सोजत क्षेत्र का सबसे बड़ा गजनीई बांध 6 साल बाद में भरा है और इस पर करीब आधे फुट की चद्दर चल रही है। बांधों के भरने के बाद किसानों के चेहरे खिले हैं और आसपास के लोगों में रबी की फसल के दौरान सिंचाई के लिए अच्छा पानी मिलाने की उम्मीद है।
वहीं बंद और फ्लू होने से सुकड़ी और लीलड़ी नदियों के साथ धारेश्वर नदी के चलने से इसकी जद में आने वाले कुएं पानी से रिचार्ज हो चुके हैं। ऐसा माना जाता है कि नदियां अगर 10 दिन चल जाए तो आगामी 3 साल के लिए कुएं में पर्याप्त पानी हो जाता है।
किस बांध में कितना पानी
जल संसाधन विभाग के आंकड़ों के अनुसार वर्तमान में बांधों की स्थिति इस प्रकार है।
1-कंटालिया बांध क्षमता 7 मीटर और वर्तमान भराव 7 मीटर ओवरफ्लो
2-सिरियारी-क्षमता 7 92 मीटर, वर्तमान भराव 6 मीटर
3-राजसागर चोपड़ा क्षमता 4.45 मीटर, भराव 3.30 मीटर
4-गजनाई – क्षमता 10 मीटर, भराव 10 मीटर ओवरफ्लो
5- मालपुरिया कानावास क्षमता 2.13 मीटर, भराव 2.13 मीटर
6-फुलाद-क्षमता 8.23 मीटर, भराव 8.23 मीटर
7-जोगड़ावास प्रथम-क्षमता 2.29 मीटर, भराव 2.22 मीटर
8-चिरपटिया-क्षमता 2.70 मीटर, बराबर 1.80 मीटर
9-सारण- क्षमता 3.50 मीटर, भराव 0 मीटर
10-जोगड़ावास द्वितीय क्षमता 1.98 मीटर, भराव 1:50 मीटर
11-बोरीनाडा-क्षमता 2.26 मीटर, भराव 1.50 मीटर