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रानीवाड़ा-जालोर जिले के रानीवाड़ा क्षेत्र में मंगलवार को चरपटिया मार्ग के पास एक महिला का अधजला शव मिलने से सनसनी फैल गई। सूचना मिलने पर रानीवाड़ा पुलिस मौके पर पहुंची और शव को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) रानीवाड़ा भेजा गया।
शव की पहचान दूधवट की रहने वाली गोमती देवी के रूप में हुई है। परिजनों ने इसे हत्या करार देते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है।
पुलिस के हिरासत में आरोपी
पुलिस ने इस मामले में मेडा निवासी लसाराम (50) को हिरासत में लिया है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि आरोपी ने सबूत मिटाने के लिए शव पर पेट्रोल छिड़क कर जलाने का प्रयास किया। हालांकि, महिला का चेहरा पूरी तरह जल न पाने के कारण उसकी पहचान संभव हो सकी।
बच्चे के बयान से मिला पुलिस को सुराग
जानकारी के अनुसार, 18 अक्टूबर की सुबह करीब 10 बजे आरोपी लसाराम ने महिला और उसके बच्चे को अपनी कार में रानीवाड़ा लाया। बच्चे को रानीवाड़ा के एक होटल पर बैठाने के बाद महिला को अपने साथ लेकर गया और हत्या कर शव फेंक दिया। बाद में आरोपी ने बच्चे को दूधवट गांव में वापस छोड़ा।
परिजनों ने 19 अक्टूबर को रानीवाड़ा पुलिस थाने में गोमती देवी की गुमशुदगी दर्ज करवाई। 20 अक्टूबर को ग्रामीणों और मेघवाल समाज के लोगों ने बच्चे से पूछताछ की। बच्चे की जानकारी के आधार पर पुलिस ने भीनमाल से आरोपी को हिरासत में लिया, और आरोपी की निशानदेही पर महिला का शव बरामद किया गया।
आरोपी के खिलाफ पहले से दर्ज है केस
बताया जा रहा है कि आरोपी नरेगा में मेट का काम करता है और उसका आपराधिक रिकॉर्ड भी है। पुलिस ने घटनास्थल से सभी आवश्यक साक्ष्य जुटा लिए हैं और आरोपी से लगातार पूछताछ जारी है। प्रारंभिक जांच में यह मामला हत्या और सबूत मिटाने के प्रयास का प्रतीत हो रहा है।
