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तीन दुर्लभ संयोग में देवउठनी एकादशी आज, शुरू होंगे मांगलिक कार्य
कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को देवोत्थान एकादशी कहते हैं। साथ ही इसे देवउठनी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। जिसका हिन्दू धर्म में बहुत अधिक महत्व होता है। इस दिन भगवान विष्णु योग निद्रा से जागते हैं और इसी दिन से शादी, सगाई और मांगलिक कार्य शुरू हो जाते हैं। इस दिन माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा की जाती है
शुरू होंगे मांगलिक कार्य ज्योतिषाचार्य सिद्धार्थ बोहरा ने बताया कि हरिशयन एकादशी के बाद भगवान विष्णु के योग निद्रा में जाने से सभी प्रकार के मांगलिक कार्य बंद हो जाते हैं।
देवउथान एकादशी के दिन भगवान विष्णु के जागने के साथ ही सभी मांगलिक कार्य फिर से शुरू हो जाते हैं। इस साल 12 नवंबर को देवउथान एकादशी के साथ ही मांगलिक कार्यों की शुरूआत होगी, और विवाह के शुभ मुहूर्त 16 नवंबर से शुरू हो रहे हैं। नवंबर और दिसंबर में विवाह के लिए कुल 18 शुभ लग्न हैं।