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राजसमंद-पुण्यश्लोक लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर त्रि शताब्दी वर्ष समारोह समिति द्वारा आज नाथद्वारा में पोस्टर विमोचन किया गया।
शहर में अहिल्या कुंड स्थित शिवालय यशवंतेश्वर महादेव मंदिर में आयोजित पोस्टर विमोचन कार्यक्रम में विभाग संघचालक फतहचंद सामसुखा, अविचल मदनमोहन, शिवानंद महाराज, श्रीनाथजी मंदिर के अधिकारी सुधाकर शास्त्री के आतिथ्य में हुआ। पोस्टर विमोचन में जिला संघचालक मीठालाल शर्मा ने अहिल्याबाई होल्कर को साहस, शक्ति, धर्म व पुरुषार्थ का प्रतीक बताते हुए कहा कि देवी अहिल्या बाई राजमाता भी थीं परंतु उनका परिचय लोकमाता पुण्यश्लोक है क्योंकि उनके जीवन में पुण्य कर्मों के अतिरिक्त कुछ भी नहीं है।
देवी अहिल्या बाई के जीवन से कुशल प्रशासन, लोकहित, न्याय, धार्मिक उत्थान, पुरुषार्थ, सामाजिक समरसता गुणों को आज की सामाजिक व्यवस्था में आत्मसात किया जाना चाहिए। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उन्होंने महेश्वरम साड़ी उद्योग विकसित किया जो आज भी रोजगार का प्रमुख साधन हैं। उच्च चारित्रिक मूल्यों को जीने वाली देवी अहिल्या बाई होलकर हमें सदियों तक प्रेरणा देती रहेंगी।
छह दिवसीय होंगे कार्यक्रम अहिल्याबाई होल्कर के जन्म के त्रिशताब्दी वर्ष पर एक दिसंबर से 6 दिसंबर तक कार्यक्रम होंगे। जिसमें 24 नवंबर को गोवर्धन उच्च माध्यमिक विद्यालय नाथद्वारा में विराट संगोष्टी होगी जिसमें समाज के प्रबुद्ध लोग मौजूद रहेगें।
25 नवंबर से 30 नवंबर तक गृह संपर्क अभियान चलेगा। एक दिसंबर सुबह 9 बजे अहिल्या कुंड नाथद्वारा में पुष्पांजली देंगे। इसके बाद शाम 7 बजे ऑडोटियोरियम में सभा होगी। 2 दिसंबर सुबह साढ़े 10 बजे राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल नाथद्वारा में विद्यार्थी रैली होगी। शाम 5 बजे ऑडोटियोरियम में शैक्षणिक संस्थान सांस्कृतिक प्रस्तुति कार्यक्रम होगा। 3 दिसंबर को रिसाला चौक नाथद्वारा में रात 8 बजे कवि सम्मेलन किया जाएगा। 4 दिसंबर को रिसाला चौक नाथद्वारा में रात 8 बजे भजनसंध्या होगी। 5 दिसंबर शाम 6 बजे अहिल्या कुंड पर दीपोत्सव व 6 दिसंबर दोपहर सवा 12 बजे रिसाला चौक में शोभायात्रा व कलश यात्रा निकाली जाएंगी। वही दोपहर 3 बजे विराट हिंदू सम्मेलन किया जाएगा।
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