PALI SIROHI ONLINE
प्रतापगढ़-प्रतापगढ़ जिले में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने शासन के फैसले के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। जिलेभर की आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने कलक्ट्रेट में इकट्ठा होकर धरना दिया और मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन सौंपा। उनका आरोप है कि एजुकेटर की नियुक्ति से उनके साथ भेदभाव किया जा रहा है। उन्होंने आदेश को निरस्त करने की मांग की।
दोगुने मानदेय पर एजूकेटर की नियुक्ति से नाराज़गी
धरना दे रही कार्यकत्रियों का कहना है कि जहां उन्हें प्रतिमाह सिर्फ 9,000 रुपये का मानदेय मिलता है, वहीं नए एजुकेटरों को 18,000 रुपये की तनख्वाह दी जाएगी। उन्होंने कहा कि यह उनके साथ सीधे-सीधे भेदभाव है, खासकर तब जब कोरोना काल में उन्होंने कड़ी मेहनत से अपने कर्तव्यों का पालन किया।
आंगनबाड़ी अधिकार संयुक्त मोर्चा के नेतृत्व में इस विरोध प्रदर्शन में जिलेभर की कार्यकत्रियों ने भाग लिया। पदाधिकारियों ने बताया कि सिर्फ प्रतापगढ़ ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश में इस आदेश के खिलाफ नाराजगी है।
आदेश निरस्त न हुआ तो होगा आंदोलन
धरना स्थल पर कार्यकत्रियों ने साफ किया कि अगर शासन ने उनके विरोध पर ध्यान नहीं दिया और आदेश वापस नहीं लिया तो वे अपने काम का बहिष्कार भी करेंगी। उनका कहना है कि यह प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा, जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं की जातीं।
धरने के अंत में कार्यकत्रियों ने विभिन्न मांगों को लेकर मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन डीएम कार्यालय में सौंपा। इस धरने में जिलाध्यक्ष बबिता सिंह, जिलामंत्री नीलिमा सिंह, पूनम शर्मा समेत बड़ी संख्या में कार्यकत्रियां शामिल हुईं।