PALI SIROHI ONLINE
पाली। मकर संक्रांति के पर्व से पहले पाली में पतंगबाजी का दौर शुरू हो चुका है। तेज धार वाले मांझे से लोगों और पक्षियों के घायल होने की खबरें आती हैं। शनिवार को पाली शहर में मिल गेट के पास ओवरब्रिज होते हुए बाइक पर जाते टैक्सटाइल कारोबारी के गले में मांझा उलझ गया। चाकू की धार की तरह गले पर कट लग गया। उन्होंने हाथ से डोर को पकड़ा तो अंगुली कट गई। गले और हाथ दोनों जगह 7 टांके लगाने पड़े।
घटना पाली शहर में ओवरब्रिज पर शनिवार सुबह सुबह हुई। शहर के शिवाजी नगर रहने वाले टैक्सटाइल बिजनेसमैन मुकेश जैन (40) पुत्र मिश्रीमल बाइक लेकर मिल गेट की तरफ जा रहे थे। इस दौरान ओवरब्रिज पर एक पतंग का मांझा उनके गले में लिपट गया।
गला ज्यादा कट सकता था, जान जा सकती थी
मुकेश ने बाइक रोकी और कपड़े से जख्मों को दबाया। उधर से गुजर रहे लोग मदद के लिए रुके। लोगों ने बिजनेसमैन को इलाज के लिए बांगड़ हॉस्पिटल पहुंचाया। जहां उनके गले पर 4 और अंगुली पर 3 टांके लगाने पड़े।
मुकेश जैन ने बताया- समय रहते मैंने समझदारी दिखाई और गले के बचाव के लिए अंगुली डोर के बीच में डाल दी। वरना गले पर और गहरा घाव हो जाता। जान भी जा सकती थी। डॉक्टर ने बताया कि टैक्सटाइल बिजनेसमैन की हालात अब खतरे से बाहर है।
चाइनीज मांझे पर है रोक, सुबह शाम पतंगबाजी पर बैन
प्रदेश के कई जिलों में सुबह 6 से 8 और शाम 5 से 7 बजे तक पतंगबाजी को बैन किया गया है। इसके अलावा धातु निर्मित मांझे के उपयोग एवं बिक्री पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा रखा है। भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 की धारा 163 के तहत चाईनीज मांझे का इस्तेमाल करने और प्रतिबंधित समय पतंगबाजी करने पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।
मकर संक्रान्ति पर्व पर पतंगबाजी के लिए धातुओं के मिश्रण से निर्मित मांझा उपयोग खतरनाक है। उच्च न्यायालय राजस्थान, खंडपीठ जयपुर एवं नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल, नई दिल्ली की ओर से भी पतंग उड़ाने के लिए हानिकारक सामग्री से बने धागे के उपयोग को परमिट नहीं किया गया है।