PALI SIROHI ONLINE
वीरेंद्र सिंह बोया
पाली-पाली जिले के ढालोप गांव में 16 जुलाई को जमीन विवाद को लेकर प्रशासन की ओर से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई को राजपूत समाज ने प्रशासन की ओर से बिना नोटिस के अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के विरोध में बुधवार को राजपूत समाज संघर्ष समिति के बैनर तले प्रदर्शन किया जिसमे बड़ी संख्या में प्रदेश के विभिन्न भागों से राजपूत समाज के जनप्रतिनिधि संगठनों के पदाधिकारी युवा पाली पहुचे।
इस दौरान राजपूत समाज के लोगों ने कलेक्ट्रेट के बाहर धरना दिया। इसके बाद बड़ी संख्या में राजपूत समाज के प्रदर्शनकारी संभागीय आयुक्त को ज्ञापन सौंपने पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें बैरिकेड्स लगाकर रोका। जिससे पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प भी हो गई। इसके बाद समिति के प्रतिनिधिमंडल ने संभागीय आयुक्त को ज्ञापन सौंपा, जिसमें दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने के साथ ही 9 प्रमुख मांग की गई। हालांकि 9 प्रमुख मांगों पर सहमति बनने के बाद धरना प्रदर्शन खत्म कर दिया गया।
ज्ञापन में यह बताया
-इस मामले में पुलिस थाने के कुछ कर्मचारियों को उनकी जाति देखकर ही टारगेट किया गया। उनको लाइन हाजिर कर दिया गया। जबकि उनका इस प्रकरण से कोई लेना देना नहीं था।
-प्रशासन ने बिना किसी विधिक प्रक्रिया के पुष्पेन्द्रसिंह के घर व खेतों की दीवारों को तोड़ दिया। घर में पड़े वाहनों को भी जबरदस्ती उठाकर ले गए।
-जनप्रतिनिधियों की ओर से जातिवाद के तहत द्वेषतापूर्ण कार्रवाई की गई।
यह की गई मांगे
1. जिला कलक्टर को एपीओ किया जाए।
2. बिना किसी दोष तीन पुलिसकर्मियों को सिर्फ उनकी जाति के आधार पर लाईन हाजिर किया गया है। उनको फिर अपने पूर्व स्थान पर पदस्थापित किया जाए।
3. पुष्पेन्द्रसिंह की पारिवारिक परिसम्पत्तियों को नुकसान नहीं पहुंचाया जाए। उन पर झूठे मुकदमे की एक पक्षीय कार्रवाई नहीं की जाए। इनकी तरफ से जिनकी रिपोर्ट नहीं ली गई, उसे दर्ज किया जाए।
4. पुष्पेन्द्रसिंह आदतन अपराधी नहीं है। उस पर इनाम की घोषणा तुरन्त निरस्त की जाए। राजनीतिक दबाव के चलते एचएस (हिस्ट्रीशीट) नहीं खोली जाए।
5. पुष्पेन्द्रसिंह को खरीदसुदा प्लॉट का हक दिलवाया जाए। विरोधी पक्ष को पाबन्द किया जाए कि उस प्लॉट पर किसी प्रकार का कच्चा-पक्का निर्माण व विवाद नहीं करें।
6. सूरजभानसिंह के नाम से लाईसेन्ससुदाबन्दूक व डम्पर, ट्रैक्टर मय जब्त ट्रोली लौटाई जाए।
7. ग्राम पंचायत ढालोप में किए गए अतिक्रमण हटाए जाए।
8. मामावास में एक जने के अतिक्रमण को हटाया जाए। पाली में बने उसके मकान को भी ध्वस्त किया जाए। जो बॉयलोज नियमों के विरुद़्ध बना है।
9.एक अन्य व्यक्ति के सरकारी जमीन पर बने निर्माण तोड़े जाए।
बता दें कि ढालोप गांव में 16 जुलाई को जमीन विवाद को लेकर प्लॉट पर मौजूद एक पक्ष पर दूसरे पक्ष ने हमला कर दिया था। घटना में प्लॉट पर मौजूद लोग घायल हो गए। उन्होंने मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर प्रदर्शन किया। जिसके बाद पुलिस एक्टिव हुई और गांव में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की थी। लेकिन इस दौरान पुलिस और प्रशासन ने अतिक्रमण तोड़ने से पहले किसी प्रकार का नोटिस नहीं दिया, जिसका लेकर राजपूत समाज ने पहले रैली निकाली, फिर संभागीय आयुक्त को ज्ञापन दिया। मामले में प्रशासन ने सभी मांगों पर उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।
शाम 4.30 बजे समाज के प्रतिनिधिमंडल व संभागीय आयुक्त और डीआईजी प्रदीप मोहन शर्मा के बीच समझौता वार्ता हुई। इसमें समाज की चार मांगों पर सहमति बनने के बाद शाम 5 बजे धरना समाप्त कर दिया। समिति के प्रतिनिधिमंडल ने संभागीय आयुक्त को 4 पेज का ज्ञापन सौंपा। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई, कलेक्टर को एपीओ करने समेत 9 प्रमुख मांग की। प्रतिनिधि मंडल में मारवाड़ राजपूत महासभा जोधपुर के अध्यक्ष हनुमानसिंह खांगटा, मारवाड़ जंक्शन के पूर्व विधायक खुशवीरसिंह जोजावर, राजपूत संघर्ष समिति के गिरधारीसिंह मंडली, गजेंद्रसिंह कालवी, अजयपालसिंह हेमावास, यशपालसिंह कुंपावत, युवराजसिंह मंडली, सुरेंद्रसिंह हूणगांव, वीरेंद्रसिंह नरुका, युवा नेता नारायण सिंह आकड़ावास समेत अन्य पदाधकारियों ने दोपहर 2 बजे डीसी और डीआईजी के साथ वार्ता कर 9 मांगें रखी
साढ़े चार बजे चार मांगों पर सहमति बनी। धरने को पाली जिला राजपूत संघर्ष समिति अध्यक्ष जयेंद्रसिंह गलथनी, मारवाड़ राजपूत महासभा जोधपुर के अध्यक्ष हनुमानसिंह खांगटा, स्वर्गीय सुखदेवसिंह गोगामेड़ी की पत्नी शीला शेखावत, श्री करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रतापसिंह कालवी, भवानीसिंह कालवी, करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महिपालसिंह मकाराना, क्षत्रिय करणी सेना के अध्यक्ष राज शेखावत, गिरधारीसिंह मंडली, त्रिभुवनसिंह मंडली समेत प्रदेश और जिले से आए राजपूत समाज के नेताओं ने संबोधित किया। प्रदर्शनकारी संभागीय आयुक्त को ज्ञापन सौंपने पहुंचे तो पुलिस ने बैरिकेड्स लगाकर रोका
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