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पाली-पाली शहर में एक कमरे में कोयले की अंगीठी जला कर सो रहे 3 जनों में से 2 की मौत हो गई। रविवार सुबह 9 बजे तक भी नहीं उठे तो परिजनों ने खटखटाया तो अंदर पति पत्नी बेहोश हालत में मिले। जिन्हें पाली के बांगड़ हॉस्पिटल लाया गया। जहां जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। मामले में मृतकों के बेटे ने मौत को लेकर आशंका जताई। पुलिस अब पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपेगी। ताकि पता चल सके कि अंगीठी के धुआं से उनकी मौत हुई या मामला कुछ और ह
पाली शहर के रामलीला मैदान शहीद नगर में रहने वाले 53 साल के घेवरदास पुत्र लक्ष्मी दास, उनकी 48 साल की पत्नी इंद्रा देवी और रिश्ते का साला सुंदरदास तीनों शनिवार शाम को कमरे में सो रहे थे। बताया जा रहा है कि सर्दी से बचने के लिए कमरे में इन्होंने कोयले की अंगीठी जलाई थी। ओर कमरे की खिड़की भी सर्दी के चलते बंद कर रखी थी। तीनों रविवार सुबह 9 बजे तक नहीं उठे। इसे में पास के मकान में सो रहा घेवरदास का बेटा प्रकाश पहुंचा। कमरा अंदर से बंद मिला। खटखटाने पर सुंदरदास ने दरवाजा खोला। अंदर घेवरदास और उनकी पत्नी इंद्रा देवी को उठाने का प्रकाश ने प्रयास किया लेकिन वे नहीं उठे। इसे में तुरंत पाली के बांगड़ हॉस्पिटल दोनों को लेकर पहुंचे जहां जांच के बाद डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। दोनों मृतकों की बॉडी हॉस्पिटल की मोर्चरी में रखवाई है। पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को दी जाएगी।
मेरे माता-पिता की मौत कैसे हुई जांच हो
मामले में मृतक के बेटे ने कहा कि उसके माता पिता की मौत कैसे हुई हैं इसकी जांच की जाए। कमरे में 3 जने सो रहे थे। अगर अंगीठी के धुएं से मौत हुई है तो उसके रिश्ते के मामा घेवरदास जिंदा कैसे बचे।