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पाली-पाली के निकट स्थित चोटिला में स्थित ओम बन्ना देवल पर ओम बन्ना की 36वीं पुण्यतिथि महोत्सव पर शुक्रवार शाम को भजन संध्या का आयोजन किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में देशभर से श्रद्धालु पहुंचे। भजन संध्या में आए भजन कलाकारों ने ओम बन्ना की स्तुति में एक से बढ़कर एक भजनों की प्रस्तुति दी। आलम यह था कि सुबह तक पांडाल श्रोताओं से खचाखच भरा रहा। शनिवार को महाप्रसादी का आयोजन होगा।
भजन संध्या की शुरुआत भजन गायक महेन्द्रसिंह राठौड़ ने गणपति वंदना, गुरु वंदना से की। इसके बाद उन्होंने आओ ओम बत्रा म्हारा पांवणा…, लायो में माताजी री चुंदड़ी जैसे भजन प्रस्तुत किए। इसके बाद गायक रमेश माली ने म्हारा ओमबन्ना दर्शन देवो जी…. सहित ओमबन्ना की जीवनी पर प्रस्तुतियां दी। इसके बाद भजन गायक प्रकाश माली, छोटूसिंह रावणा, गजेन्द्र राव, लेहरूदास वैष्णव, श्याम पालीवाल, मनोहरसिंह निम्बली, प्रहलादसिंह, मनीष अनिल नागौरी, मधुबाला राव, भगवत माली, ईश्वरसिंह, संदीपसिंह, विक्रमसिंह सुधार, जोगराजसिंह, भानूसिंह शेखावत, प्रेमसिंह ने एक से बढ़कर एक भजनों की प्रस्तुतियां देकर समां बांध दिया।
दिनभर रही भक्तों की भीड़
ओम बन्ना की पुण्यतिथि महोत्सव को लेकर शुक्रवार को यहां मेले जैसा माहौल रहा। दिन भर श्रद्धालुओं का आना-जाना लगा रहा। ओम बन्ना के दर्शन कर श्रद्धालुओं ने परिवार की खुशहाली की कामना की।
बुलेट बाबा के नाम से देश भर में फेमस ओम बन्ना धाम
ओम बन्ना के जीवनकाल में उपयोग की गई बुलेट बाइक भी श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र रही। भक्तों ने बाइक की परिक्रमा कर मन्नतें मांगी। इस दौरान ग्रामीण सीओ रतन देवासी और थानाधिकारी निरंजन प्रताप सिंह चारण के नेतृत्व में पुलिस जाब्ता सुरक्षा व्यवस्था में लगा रहा।
भजन संध्या में यह रहे मौजूद
भजन संध्या में चोटिला ठाकुर महान पराक्रमीसिंह, भीमसिंह चोटिला, जीवनसिंह, सोमसिंह चोटिला,, जसवन्तसिंह, ओमसिंह, दलपतसिंह, मांगूसिंह, चामुण्डरायसिंह रोहट, मनोहरसिंह निम्बली, प्रहलादसिंह, मनीष माली, सवाईपुरा ठाकुर ईश्वरसिंह, संदीपसिंह, विक्रमसिंह जयपुर, भानुसिंह शेखावत, प्रेमसिंह दहिया, सुरेन्द्रसिंह भारला, रामागिरी, शंकरगिरी, जसवीरसिंह, सुरेन्द्रसिंह उदयपुर, सुल्तानसिंह, भगाराम सवाईपुरा, नरपतसिंह, भवानीसिंह सादड़ा, गजेन्द्रसिंह, दिलीपसिंह, भंवरसिंह, घेवर देवासी, गोविंदगिरी, राजेंद्रसिंह, खीमाराम पंवार, रमेश, पुजारी श्रवण ओझा, भरतसिंह भाकरीवाला, विक्रमसिंह, जितेन्द्रसिंह, जसवीरसिंह, घीसूगिरी, कालूराम माली, पप्पू पंवार, दिलीप सैन सहित आसपास व दूर दराज के हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं की मौजूदगी रही।