PALI SIROHI ONLINE
जय नारायण सिंह
कलेक्टर के निर्देश पर ली बैठक, शहर की समस्याओं को लेकर की चर्चा, दिए आवश्यक निर्देश* पाली, 24 अगस्त 2024/शहर की समस्याओं को लेकर पार्षदों द्वारा किए जा रहे धरने प्रदर्शन को लेकर जिला कलेक्टर के निर्देश पर नगर परिषद के आयुक्त एवं उपखंड अधिकारी अशोक कुमार बिश्नोई की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई। उन्होंने बताया की बैठक में शहर की समस्याओं के बारे में चर्चा की गई तथा समस्याओं के निराकरण को लेकर विचार विमर्श किया गया। जिला कलक्टर एल एन मंत्री के निर्देश की पालना में 22 अगस्त को पार्षदों की समस्याओं व उनके त्वरित निस्तारण के संबंध में हुई बैठक में चर्चा अनुसार नगर परिषद पाली सीमा क्षेत्र में बाहरी इलाको में बने घरों के आस-पास खाली भूखण्डों की संख्या अधिक है, जिनमें बरसाती पानी एकत्रित हो रखा है। लम्बे समय तक बरसाती पानी पड़े होने से मच्छर आदि पनपने से मौसमी बीमारियों फैलने का अन्देशा बना हुआ है। उन्होंने बताया की बैठक में उपस्थित स्वास्थ्य विभाग चिकित्सा प्रभारी द्वारा दिये गये निर्देशों की पालना ने समस्त भूखण्ड मालिकों को सूचित किया जाता है कि वे अपने स्तर से पानी निकलवाना सुनिश्चित करें। साथ ही अपना भूखंडों में जमा पानी मे एमएलओ व ऑयल का छिडकाव नियमित करे, जिससे मच्छर आदि पैदा नहीं हो और आमजन में किसी तरह की बीमारिया न फैले।
उन्हांने बताया कि देखा गया है कि शहर में अधिकाश जगहों पर घरो व दुकानों के आगे बनी नाला व नालियों पर पट्टीया आदि से अतिक्रमण कर रखा है, जिससे बरसाती पानी की निकासी नहीं हो रही है और शहर में जल भराव ही रहा है इस संबंध में समस्त शहरवासियों को सूचित करने के लिये बताया कि वे अपने स्तर से अतिक्रमण हटा लेवे एवं किसी भी नाला-नाली की अपने स्त्तर से बंद करने करने की कोशिश न करें अन्यथा डीओसी अनुभाग द्वारा अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की जावेगी और इस कार्य में किसी भी प्रकार की हानि होने पर उनकी स्वयं की जिम्मेदारी होगी।
उन्होंने नगर परिषद सीमा क्षेत्र में आम नागरिको द्वारा अपने पालतु पशुओं को गालियों व रोड़ पर विचरण करने के लिए छोड दिया जाता है, जिससे शहर में हर वक्त आवारा पशुओ से दुर्घटना होने की अन्देशा रहता है। इसके लिये आयुक्त अशोक कुमार ने बताया कि समस्त शहरवासियों की सूचित किया जाता है कि वे अपने पालतु पशुओं मवेशियों को घरों में बांध कर रखे, अन्यथा नगर परिषद द्वारा पकड़ने के बाद जुर्माना वसूला जायेगा या राज्य सरकार द्वारा जारी परिपत्र के अनुसार कार्यवाही की जायेगी।