PALI SIROHI ONLINE
पाली-जिला कलेक्टर एलएन मंत्री की अध्यक्षता में अधिकारियों की जिला स्तरीय बैठक में शहर भर की सीवरेज की गंदगी के साथ पांच मोखा स्थित नगर निगम के कचरे के यार्ड से संक्रमित कचरे का सिटी टैंक में जाना तथा प्रति वर्ष हेमावास बांध के पानी की सप्लाई संक्रमित जवाई नहर से सिटी टैंक में लाकर शहर की जनता को प्रदूषित पानी पिलाने का विरोध जताते हुए समाधान की मांग सेवा और संकल्प महा समिति के अध्यक्ष जबर सिंह राजपुरोहित ने की। उन्होंने कहा कि शहर के आम नागरिक के स्वास्थ्य और जीवन के साथ हो रहे खिलवाड़ को तुरंत रोकने की आवश्यक कार्रवाई की जानी चाहिए।
शहर की चार लाख जनसंख्या आबादी को संक्रमित पानी पिलाने के जिम्मेदार नगर निगम और जलदाय विभाग पर गंभीर आरोप लगाते हुए सेवा और संकल्प महा समिति के अध्यक्ष जबर सिंह राजपुरोहित ने बैठक को बताया कि शहर के कचरे के निस्तारण के लिए खेतावास स्थिति यार्ड बना रखा है। जहा कचरा डाला जाना चाहिए परंतु पिछले कई वर्षों से टेंडर खेतावास के होते हैं और शहर का सारा कचरा पांच मौखा स्थित जल संसाधन विभाग के लोडिया तालाब की खातेदारी भूमि पर नगर निगम ने कचरा यार्ड बना दिया है। जहा पर कचरे को हटाने के बजाए वही पर जलाया जाता है। जिससे जहरीले धुंए से वहा का आबादी क्षेत्र संक्रमित हो रहा है साथ ही ये संक्रमित कचरा लोडिया तालाब की कच्ची नहर के पानी के बहाव के साथ पांच मोखा से होकर सिटी टैंक में जाता है। तथा स्टेशन क्षेत्र के सीवरेज की गन्दगी भी कई वर्षों से सिटी टैंक में मिक्स होती जा रही है और जलदाय विभाग ये ही प्रदूषित पानी पूरे शहर को पिलाता आ रहा है जिससे आए दिन शहर में संक्रमण फेल रहा है।
उन्होंने कहा कि बाढ़ के पानी के मुख्य निकासी का रास्ता दंड नाडी, चादर वाले बालाजी रामदेव रोड क्षेत्र के डूब क्षेत्र को भी नगर निगम ने कचरे का यार्ड बना कर उसकी भूमि को समतल करके वर्षा जनित जल के बहाव को रोक दिया जिससे इस बार पूरा शहर पानी में डूबा।
बैठक में अध्यक्ष जबरसिंह राजपुरोहित ने प्रस्ताव रखा कि शहर स्थित जवाई नहर में भारी गंदगी और बाहरी माफिया लोगो दारा नहर में सल्फरिक एसिड डालने से नहर जानलेवा और घातक बन चुकी है जिसका उपयोग जलदाय विभाग प्रति वर्ष हेमावास बांध का पानी शहर की सप्लाई के लिए इसी संक्रमित नहर से सिटी टैंक में लाकर भंडारण कर पीने के लिए सप्लाई किया जाता है और ये इसलिए किया जाता है कि जवाई बांध जल वितरण समिति की बैठक में किसानों के दबाव में अधिकारी जवाई बांध के साथ हेमावास बांध के जल की गणना भी कर जवाई बांध में पाली शहर के पीने के पानी में कटौती कर सिंचाई के लिए किसानों को अधिक पानी दे दिया जाता है और पाली शहर के लिए हेमावास बांध का पानी संक्रमित जवाई नहर से सप्लाई देकर पहले से प्रदूषित सिटी टैंक में लाकर पूरे शहर को पिलाया जाता है और इससे शहर का हर एक नागरिक प्रदूषित पानी से महामारी जेसी बीमारियों से ग्रस्त है।