PALI SIROHI ONLINE
पाली-जैन श्वेतांबर तेरापंथ धर्मसंघ के 11वें अधिशास्ता आचार्य श्री महाश्रमण का 24 दिन का पाली प्रवास तय है। उनके आगमन को लेकर शहर से लेकर गांवों तक तैयारियां शुरू हो गई हैं। खास बात यह है कि इस बार आचार्यश्री गांवों में ही प्रवास करेंगे। आचार्य महाश्रमण इससे पहले 2022 में पाली आए थे। तीन वर्ष बाद वे फिर पाली की धरती पर पग धरने जा रहे हैं। 2012 में महावीर जयंती पर वे आचार्य पद संभालने के बाद पहली बार पाली आए थे, तब वे चार दिन ठहरे थे।
रोज 12-18 किमी विहार, फिर भी चेहरे पर थकान नहीं
63 वर्षीय आचार्य महाश्रमण अब तक भारत और कई देशों में हजारों किलोमीटर की पदयात्रा कर चुके हैंउनका नशामुक्ति, अहिंसा और शाकाहार का संदेश पूरे देश में फैला है। विहार के बाद प्रवचन, दर्शनार्थियों की भीड़ और मांगलिक इन सबके बावजूद उनके चेहरे पर थकान नजर नहीं आती। कई मुनि और श्रद्धालु विहार में थक जाते हैं, पर आचार्यश्री नहीं।
और संयमित दिनचर्या तप-फिटनेस का राज आचार्यश्री 28 साल से मिठाई नहीं लेते और तली-भुनी चीजों से भी पूरी तरह दूर हैं। सुबह नाश्ते में वे अन्न नहीं लेते। विहार और प्रवचन के बाद ही गोजरी में संयमित भोजन ग्रहण करते हैं। साथ चल रहे मुनिजन बताते हैं कि भोजन से पहले यदि श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंच जाएं तो वे उन्हें प्राथमिकता देते हैं, कई बार इसी में गोजरी लेने का समय भी निकल जाता है। हर दिन शाम 4 से 7 बजे तक वे मौन धारण रखते हैं।
